पूर्व टीम मैनेजर की शिकायत पर केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस Chandigarh News
वरुण ने बताया कि फ्रेंचाइजी द्वारा 11 नवंबर 2019 को जो टर्मिनेशन लेटर उन्हें दिया गया उसमें वजह यह बताई गई थी कि टीम अप्रैल 2019 में हुए आइपीएल में अच्छा नहीं खेल पाई।
चंडीगढ़, जेएनएन। किंग्स इलेवन पंजाब टीम की फ्रेंचाइजी केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ उसके पूर्व टीम मैनेजर वरुण परमार ने जिला अदालत में सिविल सूट दायर किया है। शिकायत में वरुण ने बताया कि वह दस वर्षों से फ्रेंचाइजी के लिए काम कर रहे हैं।
पांच फरवरी, 2018 को उनका कॉन्ट्रैक्ट दो साल के लिए उक्त फ्रेंचाइजी के साथ रिन्यू हुआ था, जोकि 31 दिसंबर 2020 तक था। लेकिन उन्हें तय समय से पहले ही पद से हटा दिया गया। वरुण ने अपील की है कि उनका टर्मिनेशन ऑर्डर रिजेक्ट करने के साथ उनके स्थान पर किसी ओर की न रखा जाए। वरुण की शिकायत पर जिला अदालत ने केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर, चीफ फाइनेंशियल अफसर एलसी गुप्ता और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सतीश मेनन के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है। अदालत ने चार जनवरी, 2020 के लिए नोटिस जारी कर उक्त तीनों को जवाब मांगा है।
टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो थमाया टर्मिनेशन लेटर
वरुण ने बताया कि पिछले दस साल से फ्रेंचाइजी में समय-समय पर उनका कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू किया जाता रहा। उनका काम खिलाडिय़ों के रहने-खाने पीने, ट्रेवलिंग आदि की व्यवस्था करना है। अप्रैल, 2019 में आइपीएल में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। टीम को 14 मुकाबलों में से आठ में हार मिली थी। वरुण ने बताया कि फ्रेंचाइजी द्वारा 11 नवंबर, 2019 को जो टर्मिनेशन लेटर उन्हें दिया गया, उसमें वजह यह बताई गई थी कि टीम अप्रैल, 2019 में हुए आइपीएल में अच्छा नहीं खेल पाई, इसलिए टीम के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें टर्मिनेट किया जाता है। वरुण का कहना है कि खिलाड़ी अगर अच्छा नहीं खेल रहे तो इसमे उनकी क्या गलती है। इसके लिए उनको टर्मिनेट करना गैर कानूनी है।
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