Entertainment ही नहीं शहरवासियों पर ग्रीन, टोल और प्रोफेशनल टैक्स भी लगेगा Chandigarh News
नगर निगम लोगों पर ग्रीन टैक्स प्रोफेशनल टैक्स और टोल टैक्स भी लगाना चाहता है। नगर निगम ने जो मनोरंजन कर लगाने का प्रस्ताव किया है उसमें इन नए लगाए जाने व
जेएनएन, चंडीगढ़। एंटरटेनमेंट टैक्स ही नहीं नगर निगम लोगों पर ग्रीन टैक्स, प्रोफेशनल टैक्स और टोल टैक्स भी लगाना चाहता है। नगर निगम ने जो मनोरंजन कर लगाने का प्रस्ताव किया है उसमें इन नए लगाए जाने वाले टैक्स का भी जिक्र है। ऐसा करके नगर निगम अपने आय के साधन बढ़ाना चाहता है। 30 अगस्त को होने वाली सदन की बैठक में यह प्रस्ताव चर्चा के लिए आएगा। प्रस्ताव के अनुसार नगर निगम 30 प्रतिशत एंटरनेटमेंट टैक्स लगाना चाहता है। ऐसे में अगर फिल्म सिनेमा की टिकट अगर 200 की होगी तो उस पर एंटरनेटमेंट टैक्स 60 रुपये अतिरिक्त चार्ज होगा। नगर निगम के अनुसार यह सभी टैक्स लगाने से नगर निगम की 60 करोड़ से ज्यादा की कमाई बढ़ जाएगी।
प्रोफेशनल टैक्स किस-किस पर लगेगा यह टैक्स
वकीलों, डॉक्टर, कसल्टेंट, वास्तुकार, इंजीनियर, चार्टड अकाउटंट, शेयर ब्रोकर, केबल टीवी ऑपरेटर, ट्यूशन पढ़ाने वाले, मनी लेंडर, वीडियो पार्लर्स, फैक्ट्री मालिक, सभी बैंकिंग कंपनियों और वेतनभोगी कर्मचारियों पर लगेगा। अभी अहमदाबाद में यह टैक्स चार्ज किया जाता है। नगर निगम के अनुसार इनसे हर माह 80 रुपये से लेकर दो हजार रुपये का प्रोफेशनल टैक्स वसूल किया जाता है। प्रस्ताव के अनुसार दिल्ली में कमर्शियल वाहनों से 100 से दो हजार रुपये टोल टैक्स चार्ज किया जाता है। यह टैक्स चंडीगढ़ में भी वसूल किया जा सकता है।
शिमला की तर्ज पर ग्रीन और पाल्यूशन सेस लगाने की तैयारी
नगर निगम शिमला की तर्ज पर ग्रीन एवं पॉल्यूशन सेस वसूल करना चाहता है। इस समय शिमला में ग्रीन सेस वसूल किया जाता है वहां पर हिमाचल के वाहन को छोड़कर बाकी सभी वाहन चालकों से यह सेस वसूल किया जाता है। शिमला में 50 से 300 रुपये तक ग्रीन सेस वसूल किया जाता है। प्रस्ताव के अनुसार यहां पर भी यह रेट वसूल किया जाना चाहिए। दूसरे राज्यों से प्रतिदिन 50 हजार वाहन चंडीगढ़ में आते हैं।
ग्रांट इन एंड हो रही है कम इसलिए आय के साधन बढ़ाने की है जरूरत
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार पिछले 4 से 5 साल प्रशासन से मिलने वाली ग्रांट इन एड में लगातार कमी होती जा रही है। अगर आय के साधन न बढ़ाए गए तो विकास के काम के लिए निगम के पास पैसा नहीं होगा। जो ग्रांट इन एड मिली है उससे सिर्फ कर्मचारियों के वेतन ही दिए जा सकेंगे। अधिकारियों के अनुसार कोई नया टैक्स नहीं लगाया जा रहा है जो देश की अन्य नगर निगम की ओर से चार्ज किया जा रहा है वही चंडीगढ़ में लागू करने का प्रस्ताव है। यह सभी टैक्स लगाने का प्रस्ताव साल 2017 में तत्कालिन मेयर आशा जसवाल के कार्यकाल में भी आया था लेकिन उस समय यह प्रस्ताव स्थगित कर दिया गया था।
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