नगर निगम के दावे फेल: लोगों को पानी के लिए झेलनी पड़ी परेशानी, नहीं पहुंचे टैंकर
नगर निगम के दावे के मुताबिक लोगों के घरों तक पानी के टैंकर भी नहीं पहुंचाए जा सके। लोगों को पानी के लिए काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
जेएनएन, चंडीगढ़। नगर निगम की ओर से दावा किया गया था कि कजौली वाटर वर्क्स के पांचवें और छठे फेज के लिए बांध बनाने का काम जारी रहने के बावजूद शहर में पानी की किल्लत नहीं होगी, लेकिन बुधवार को सप्लाई बंद होने के कारण पूरा शहर पानी के लिए तरसता रहा। यहां तक कि नगर निगम के दावे के मुताबिक लोगों के घरों तक पानी के टैंकर भी नहीं पहुंचाए जा सके। जबकि इसके लिए तय हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराने का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा। ऐसे में कुछ स्थानों पर लोगों ने खुद के प्रयास से राशि जुटाकर टैंकर मंगवाया। लोगों की शिकायत थी कि वे जब भी टैंकर के लिए फोन करते उन्हें 15 से 20 मिनट के भीतर पानी का टैंकर पहुंचने का भरोसा दिलाया जाता रहा, लेकिन आश्वासन के बाद भी शाम तक टैंकर नहीं पहुंचा। इस बीच ज्यादा शिकायतें आने के कारण हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत सुनने की सेवा भी बंद कर दी गई।
हालांकि नगर निगम ने दावा किया था कि आपात स्थिति से निपटने के लिए पानी के 65 टैंकर की व्यवस्था की गई थी। इनमे से 45 टैंकर किराए पर लिए गए थे। बुधवार को स्थिति यह थी कि नगर निगम के पार्षदों के भी अधिकारियों ने फोन उठाने बंद कर दिए। पानी न आने के कारण लोगों को पीने का पानी भी खरीदना पड़ा।
एक-एक हजार रुपये में घरों तक पहुंचे प्राइवेट टैंकर
इस बीच पानी के प्राइवेट टैंकर जो आम तौर पर 300 रुपये में मिल जाता है वह एक-एक हजार रुपये में लोगों के घर तक पहुंचा। भाजपा पार्षद हीरा नेगी का कहना है कि वह सेक्टर-7 में रहती हैं उनके यहां एक बूंद भी पानी नहीं पहुंचा। उन्होंने सुबह 6.30 बजे अधिकारियों को फोन करके लोगों के लिए टैंकर भेजने के लिए कहा, लेकिन शाम तक कोई टैंकर नहीं आया।
सात फिलिंग स्टेशन बनाने का था दावा
नगर निगम की ओर से दावा किया गया था कि इस बार सात फिलिंग स्टेशन बनाए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद लोगों को अपने घर पर पानी के टैंकर मंगवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
कांग्रेस पार्षद बबला ने पानी के बहाने भाजपा पर उठाई अंगुली
कांग्रेस पार्षद बबला का कहना है कि जब से नगर निगम में भाजपा का कब्जा हुआ है, तब से शहर में आए दिन पानी का संकट गरमा रहा है। आज तीसरा दिन है जब शहर में पानी नहीं आया है। जो हेल्पलाइन नंबर जारी किए है वह मिल ही नहीं रहे हैं। पानी का टैंकर 1000 रुपये मे बिक रहा है।
बांध बनाने का काम पूरा, लेकिन आज भी बाधित रहेगी आपूर्ति
अधिकारियों का कहना है कि कजौली वाटर वर्क्स में नए फेज को पुराने फेज से जोड़ने के लिए बांध बनाने का काम पूरा हो चुका है। भाखड़ा से शहर के लिए पानी छोड़ दिया गया है, बावजूद इसके वीरवार को भी शहर में पानी ग्राउंड फ्लोर पर लो प्रेशर से आएगा। ऐसे में लोगों को किल्लत झेलनी पड़ेगी। शहर में पूरा प्रेशर पानी आने में अभी 48 घंटे तक का समय और लग जाएंगे।
बुधवार को आईं 1942 शिकायतें
शहर में पानी की किल्लत का अंदाज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि बुधवार को 1942 शिकायतें जन स्वास्थ्य विभाग के पास आई। इतनी शिकायतें आज तक कभी भी नहीं आई हैं। नगर निगम का दावा है कि 80 फीसद से ज्यादा शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया।