सुखना लेक और रॉक गार्डन में अब नहीं मिलेगा स्ट्रीट फूड, 17 के बाद शिफ्ट होंगे वेंडर
सुखना लेक और रॉक गार्डन के बाहर इस माह के अंत तक स्ट्रीट फूड का स्वाद लोगों को नहीं मिल पाएगा।
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। सुखना लेक और रॉक गार्डन के बाहर स्ट्रीट फूड का स्वाद लोगों को नहीं मिल पाएगा। यहां पर चाट, पापड़ी, गोल गप्पे, टिक्की, बर्गर, छल्ली (मक्की), आइसक्रीम और अन्य खाने-पीने की चीजें बिकती हैं, जिसका स्वाद यहां पर सैर करने आए शहरवासियों के अलावा दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटक उठाते हैं। 17 जनवरी के बाद यहां पर बैठे वेंडरों को शिफ्ट कर दिया जाएगा। जिसके सोमवार को ड्रॉ निकाले गए। टाउन वेंडिंग कमेटी में पास हो चुका प्रस्ताव वेंडर्स हटाने का बड़ा कारण यह है कि सेक्टर-1 से 6 को नो वेंडिंग जोन बनाने का निर्णय प्रशासन ने लिया हुआ है। जिसका प्रस्ताव टाउन वेंडिंग कमेटी में भी पास हो चुका है। ऐसे में इन सेक्टरों में एक भी वेडर्स नहीं दिखेगा, सिर्फ मोची, नाई और धोबी ही दिखेंगे। सुखना लेक और रॉक गार्डन सेक्टर-1 में आता है। सुखना लेक और रॉक गार्डन शहर के प्रमुख पर्यटक स्थलों में आते हैं। इनके बाहर वेंडर्स पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं।
सेक्टर-1 से 6 में बैठे वेंडर्स सेक्टर-7 में बनाए गए वेंडिंग जोन में 17 जनवरी के बाद से शिफ्ट किए जाएंगे। लेकिन सुखना लेक और रॉक गार्डन के बाहर वेंडर्स यहां से हटने के लिए तैयार नहीं हैं। वेंडरों का कहना है कि वीआइपी लोगों के कारण उन्हें उजाड़ा जा रहा है। वीआइपी एरिया, सीएम हाउस भी यहां पर प्रशासन के वास्तुकार विभाग के अनुसार सेक्टर-1 से लेकर 6 को हेरिटेज का स्टेटस मिला हुआ है, इसलिए यहां पर कोई वेंडर्स को नहीं बैठाया जा सकता। मालूम हो कि यह सेक्टर शहर का वीआइपी एरिया है। जहां पर हरियाणा और पंजाब के सीएम के अलावा कई वीआइपी और प्रशासनिक अधिकारी भी रहते हैं। चंडीगढ़ क्लब भी यहां पर ही है।वेंडर हटने से सुखना के सिटको की बढ़ेगी कमाई
सुखना लेक के अंदर सिटको का रेस्तरां है, जहां पर फास्ट फूड और स्नेक्स मिलते हैं। इसके साथ ही सिटको द्वारा अलॉट की गई एक गोल गप्पे और चाट की दुकान भी है, ऐसे में वेंडर्स के हटने से इनको फायदा है, जबकि इनके रेट वेंडर्स द्वारा बेचे जा रहे खाने-पीने के सामान से ज्यादा है। सेक्टर-17 से भी 17 के बाद होंगे वेंडर शिफ्ट इस समय प्लाजा में जगह-जगह वेंडर बैठे हुए हैं। यहां से वेंडर शिफ्ट करवाने के लिए यहां के व्यापारियों ने अभियान भी चलाया था। नगर निगम ने सेक्टर-17 से 17 जनवरी के बाद वेंडर शिफ्ट करने का फैसला लिया है। सेक्टर-17 में इस समय 220 वेंडर बैठे हैं। इसे भी प्रशासन ने वेंडर फ्री जोन बनाने का फैसला लिया हुआ है।