वर्ल्ड यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप के लिए इंद्रजीत का चयन, जाने के लिए नहीं है पैसे
सालों की मेहनत के बाद वेटलिफ्टर इंद्रजीत के जब सपने पूरे होने का समय आया तो एक बार फिर गरीबी उसके आगे आ खड़ी हो गई।
चंड़ीगढ़ (विकास शर्मा) : सालों की मेहनत के बाद वेटलिफ्टर इंद्रजीत के जब सपने पूरे होने का समय आया तो एक बार फिर गरीबी उसके आगे आ खड़ी हो गई। संगरूर में चाय की रेहड़ी लगाने वाले राम कुमार की होनहार बेटी इंद्रजीत अब तक आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में दो गोल्ड ओर सिल्वर मेडल जीत चुकी है। इंद्रजीत की काबलियत की बदौलत उसका सिलेक्शन पोलैंड में होने वाली वर्ल्ड यूनिवर्सिटी के लिए हुआ। अब दिक्कत यह है कि उसके पिता के पास भेजने के लिए पैसे नहीं है। वह इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए मदद देने वाले हाथों की तरफ निहार रही है। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 20 सितंबर से शुरू हो रही है और टीम 16 सितंबर को पोलैंड के लिए रवाना होगी। पीयू भी मदद के लिए नहीं आ रही आगे
इंद्रजीत ने कहा कि पीयू की तरफ से खेलते हुए उसने आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी वेट लिफ्टिंग चैंपियनशिप में 2 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल जीत चुकी है ।
साल 2015 आध्र प्रदेश मे आयोजित ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में सिल्वर मेडल जीता। साल 2016 चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में आयोजित आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल जीता और साल 2017 पीयू चंडीगढ़ मे आयोजित आल इंडिया यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल जीता। बोलीं, वो लगातार तीन साल से आल इंडिया यूनिवर्सिटी में मेडल जीत रही है। बावजूद इसके उससे इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के 2.18 लाख रुपये मागे जा रहे हैं। स्पोर्ट्स डायरेक्टर ने दिया नियमों का हवाला
स्पोर्ट्स डायरेक्टर पीएस आहलुवालिया ने कहा कि पीयू की तरफ से इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को पहले अपने खर्चे का पैसा जमा करवाना पड़ता है। टूर्नामेंट से वापस आने के बाद उन्हें अपने बिल जमा करवाने पड़ते हैं, जिसके बाद उन्हें यह राशि मिल जाती है। पीयू से 20 के करीब खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, ऐसे में इन सभी खिलाड़ियों को अपने हिस्से के 2.18 लाख रुपये जमा करवाने पड़ेंगे।