Fight against coronavirus: तब्लीगी जमातियों पर चेतावनी का भी असर नहीं, पहुंच से अब भी दूर
पंजाब में छिपे तब्लीगी जमातियों पर सरकार की चेतावनी का भी असर नहीं हुआ है। चेतावनी की अवधि बीत जाने के बाद भी छिपे जमाती सामने नहीं आए हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब सरकार के लिए दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से राज्य में आए तब्लीगी जमाती बड़ी परेशानी बन गए हैं। राज्य सरकार द्वारा बाहर आकर सरेंडर करने और ऐसा न करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी का भी असर नहीं हुआ है। राज्य में छिपे तब्लीगी जमाती सामने नहीं आ रहे हैं। दो दिनों में सिर्फ 14 तब्लीगी जमाती ही सामने आए और पुलिस के संपर्क में किया। दूसरी ओर, राज्य में तब्लीगियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने का क्रम जारी है। नौ और तब्लीगी जमाती कोरोना वायरस COVID-19 से संक्रमित पाए गए हैं।
पिछले दो दिन में 14 जमातियों ने ही किया पुलिस से संपर्क, नौ और आए पॉजिटिव
स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को सख्त चेतावनी देते हुए कहा था कि पंजाब में अब तक काफी संख्या में तब्लीगी जमाती छिपे हुए है। ऐसे लोग 24 घंटे में सामने आएं और अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में खुद के बारे में जानकारी दें। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज से कुल 467 तब्लीगी जमाती पंजाब लौटे थे। इनमें से 445 लोगों के बारे में जानकारी मिल चुकी है। 22 लोग ऐसे हैं, जो कोरोना परीक्षण के लिए सामने नहीं आए।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा था कि ये छिपे तब्लीगी जमाती 24 घंटे में सामने नहीं आए तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे तब्लीगी जमातियों के खिलाफ केस दर्ज किए जाएंगे। वीरवार को मोहलत की अवधि समाप्त हो गई। इसके बाद भी पंजाब पुलिस सभी जमातियों तक नहीं पहुंच पाई है। राज्य में छिपे बैठे 22 जमातियों में से 14 जमाती ही सामने आए हैं। इनमें से 10 जमातियों ने बुधवार और चार ने वीरवार को पुलिस से संपर्क किया। सबसे अधिक छह जमाती मानसा जिले से सामने आए हैं।
बैसाखी और खालसा पंथ दिवस पर नहीं होगा कोई धार्मिक समागम
पंजाब में इस बार 14 अप्रैल को बैसाखी और खालसा पंथ दिवस के अवसर पर कोई धार्मिक या सामाजिक आयोजन नहीं किया जाएगा। पंजाब के गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि सभी जिला आयुक्तों और पुलिस प्रमुखों को जारी किए गए आदेश में कहा है कि राज्य में किसी प्रकार के धार्मिक समागम को मंजूरी न दी जाए।
बैसाखी पर तलवंडी साबो में होने वाले राजनीतिक या धार्मिक सम्मेलनों को पहले ही रद किया जा चुका है। 9 अप्रैल को जारी किए गए आदेशों में गृह मंत्रालय ने भी कहा है कि 8 व 9अप्रैल को आने वाले शब-ए-बरात, 10 अप्रैल को गुड फ्राइडे, 12 अप्रैल को संडे ईस्टर और 14 अप्रैल को बैसाखी और खालसा पंथ दिवस के अवसरों पर धार्मिक समागम के आयोजन से बचा जाए।
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