एससी-एसटी स्टूडेंट्स के साथ नहीं भेदभाव, दिल्ली सरकार कर रही है अतिरिक्त भुगतान : सीबीएसई
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) किसी भी एससी-एसटी स्टूडेंट्स की एग्जामिनेशन फीस में भेदभाव नहीं कर रही है।
नोट- 19 अगस्त को प्रकाशित समाचार का पीडीएफ इस्तेमाल करें सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़ : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) किसी भी एससी-एसटी स्टूडेंट्स की एग्जामिनेशन फीस में भेदभाव नहीं कर रही है। दिल्ली के सरकारी और एडिड स्कूलों में पढ़ने वाले एससी-एसटी स्टूडेंट्स को 50 रुपये प्रति सब्जेक्ट के तौर पर एग्जामिनेशन फीस अदा करनी होगी। इसके बाद की जो भी फीस है उसका भुगतान दिल्ली सरकार करेगी। हालांकि दिल्ली के एससी-एसटी स्टूडेंट्स की एग्जामिनेशन फीस भी सीबीएसई की तरफ से 15 सौ रुपये चार्ज की जा रही है। यह जानकारी सीबीएसई कार्यालय दिल्ली ने दैनिक जागरण चंडीगढ़ के अंक में प्रकाशित हुए समाचार के बाद दी है। सोमवार को प्रकाशित हुए समाचार (सीबीएसई ने घटाई फीस पर सिटी स्टूडेंट्स को लाभ नहीं) में बताया गया था कि सीबीएसई ने बोर्ड एग्जामिनेशन फीस को बढ़ाया है। दिल्ली के एससी-एसटी स्टूडेंट्स के लिए विशेष डिस्काउंट दिया गया है जबकि चंडीगढ़ के स्टूडेंट्स को वह लाभ नहीं मिल रहा। दिल्ली के बच्चों को सिर्फ 1200 रुपये अदा करने होंगे जबकि अन्य राज्यों और यूटी में फीस 1500 रुपये है। चंडीगढ़ प्रशासन से करेंगे फीस कम करने की मांग: सतीश कैंथ अनुसूचित वर्ग के पार्षद और वरिष्ठ नेता सतीश कैंथ ने सीबीएसई स्पष्टीकरण के बाद कहा कि दिल्ली सरकार यदि एससी-एसटी स्टूडेंट्स की एग्जामिनेशन फीस को कम कर सकती है तो चंडीगढ़ प्रशासन से इसके लिए मांग की जाएगी। शहर में दस हजार के करीब एससी-एसटी कैटेगरी के स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। मांग को लेकर जल्द ही प्रशासक के सलाहकार मनोज कुमार परीदा से मुलाकात की जाएगी ताकि फीस को कम करने पर विचार किया जा सके और अभिभावकों को राहत मिल सके। दिल्ली सरकार और चंडीगढ़ यूटी प्रशासन में बहुत ज्यादा फर्क है। दिल्ली सरकार का अपना संविधान है। चंडीगढ़ यूटी उन्हीं नियमों को फॉलो करेगी जो कि सीबीएसई जारी करेगा। उसमें प्रशासन की तरफ से कोई संशोधन संभव नहीं है।
बंसी लाल शर्मा, शिक्षा सचिव चंडीगढ़ एजुकेशन डिपार्टमेंट