पब्लिक टायलेट्स पर विज्ञापन के लिए तैयार नहीं कंपनियां
नगर निगम शहर के पब्लिक टायलेट्स की इमारतों पर विज्ञापन की मंजूरी देकर कमाई करना चाहता है। इसके लिए नगर निगम ने टेंडर भी निकाला लेकिन एक भी कंपनी ने बिड नहीं दी है। ऐसे में अब इस मामले को अधिकारी अगले माह होने वाली सदन की बैठक में चर्चा के लिए लेकर जा रहे हैं।
-नगर निगम ने 55 पब्लिक टायलेट्स पर विज्ञापन के लिए निकाला था टेंडर लेकिन एक भी कंपनी ने नहीं दी बिड जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम शहर के पब्लिक टायलेट्स की इमारतों पर विज्ञापन की मंजूरी देकर कमाई करना चाहता है। इसके लिए नगर निगम ने टेंडर भी निकाला लेकिन एक भी कंपनी ने बिड नहीं दी है। ऐसे में अब इस मामले को अधिकारी अगले माह होने वाली सदन की बैठक में चर्चा के लिए लेकर जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि नगर निगम ने पिछले माह हुई बैठक में यह फैसला लिया था कि पहले फेज में शहर के 55 पब्लिक टायलेट्स पर विज्ञापन की मंजूरी देने का टेंडर निकाला जाएगा। जबकि उस समय 190 पब्लिक टायलेट्स पर विज्ञापन करने की मंजूरी देने का प्रस्ताव आया था लेकिन सदन ने दो हजार रुपये प्रति स्क्वेयर फीट के हिसाब से पहले इन 55 पब्लिक टायलेट्स पर विज्ञापन की मंजूरी देने का निर्णय लिया। यह 55 पब्लिक टायलेट्स शहर के प्राइम लोकेशन पर स्थित हैं। इससे नगर निगम को हर साल करोड़ों रुपये की कमाई होने की उम्मीद थी। इस समय शहर के पब्लिक टायलेट्स की हालत खस्ता है। आठ साल पहले तक नगर निगम पब्लिक टायलेट्स पर विज्ञापन करने की मंजूरी उस कंपनी को ही दे देता था कि जो कि पब्लिक टायलेट्स का रखरखाव करती थी। इस समय नगर निगम ने पब्लिक टायलेट्स का रखरखाव करने वाली एसोसिएशन का मासिक शुल्क भी बढ़ा दिया है। नगर निगम की ओर से आरडब्ल्यूए और मार्केट एसोसिएशनों को ही शहर के पब्लिक टायलेट्स रखरखाव के लिए दिए जा रहे हैं।