850 शिक्षकों की भर्ती पर तलवार, डेपुटेशन से शिक्षकों को बुलाने की तैयारी
2015 में भर्ती किए अगर 850 शिक्षक अगर हटे तो विभाग पहले से कर रहा तैयारी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शिक्षा विभाग की ओर से 2015 में भर्ती किए गए 850 शिक्षकों को हटाने या नहीं हटाने पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है पर शिक्षा विभाग ने किसी भी परिस्थिति से बचने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। शहर के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए पंजाब और हरियाणा से डेपुटेशन पर टीचर्स को बुलाने की तैयारी शुरू कर दी है। अगले कुछ दिनों में ही 100 शिक्षकों को डेपुटेशन पर सरकारी स्कूलों में नियुक्ति दे दी जाएगी। प्रशासन ने डेपुटेशन पर शिक्षकों को लाने के लिए दोनों राज्यों को पत्र लिखा है। शिक्षा विभाग अब तक 11 लेक्चरर चंडीगढ़ में ज्वाइन करा चुका है। जबकि 70 पदों के लिए 21 मई को इंटरव्यू होगा। प्रशासन पूरी कोशिश में है कि किसी स्थिति में भर्ती निरस्त होने से पहले शिक्षकों की कमी को पूरा कर लिया जाए।
2015 में हुई थी 1150 टीचर्स की भर्ती के बाद हुआ था घोटाले का खुलासा
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में 1150 टीचर्स की भर्ती हुई थी। इसमें से तीन सौ के करीब टीचर्स हरियाणा में नौकरी मिलने के कारण नौकरी छोड़ गए थे। उसके बाद भर्ती घोटाले का मामला खुला। इसमें 49 टीचर्स दोषी पाए गए । दोषी टीचर्स को शिक्षा विभाग सस्पेंड कर चुका है। उसके बाद अब करीब आठ सौ टीचर्स स्कूलों में बचे है। मामले में गठित 6 सदस्यों की कमेटी ने भर्ती को रद करने का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा है। लेकिन इस मामले कानूनी अड़चन आने के कारण अभी यूटी प्रशासन जल्द बाजी में कोई फैसला लेने की स्थिति में नहीं दिख रहा। अधिकारियों के अनुसार मामले में कोई भी फैसला अगले 10 दिनों में लिए जाने की संभावना है। 15 मई को हुए इंटरव्यू में ज्वाइन हुए लेक्चरर
15 मई को डेपुटेशन लैक्कचर पोस्टों के लिए भर्ती हुई। इसमें कुल 20 सीटें थी। उसके लिए कुल 46 आवेदन आए और उनमें से 11 लेक्चरर को उसी दिन ज्वाइनिंग का करने के निर्देश भी दे दिए गए। यह इंटरव्यू वित्त सचिव अजोय सिन्हा की ओर से लिए गए थे। टीजीटी सोशल स्टडी, इंग्लिश और मैथ्स के लिए खाली है 70 सीटें
लेक्चरर के बाद अब टीजीटी पदों को भरने की प्रक्रिया 21 मई को आयोजित होगी। इसमें 70 सीटों को भरना है। 40 पोस्ट सोशल स्टडी और इंग्लिश विषय की है जबकि 30 पोस्ट पर मैथ विषय के टीचर्स को बुलाना है। 70 पोस्टों के लिए प्रशासन के पास 120 आवेदन आए है। जिसमें वित्त सचिव के अलावा शिक्षा सचिव बंसी लाल शर्मा और डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन आरएस बराड़ की कमेटी डेपुटेशन शिक्षकों पर फैसला लेगी।
अगले हफ्ते जेबीटी के लिए भी होंगे आवेदन
विभागीय सूत्रों की माने तो लेक्कचरर, टीजीटी के बाद जेबीटी की दस पोस्ट के लिए भी इंटरव्यू होंगे। उसके लिए शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है।
भर्ती रद हुई तो कहा से आएंगे शिक्षक
यूटी प्रशासन अगर 850 शिक्षकों की भर्ती रद्द करता भी है तो उसके सामने इतने पदों पर एक दम से नियुक्ति कर पाना आसान नहीं है। नई भर्ती में भी कम से कम 6 महीने का समय लग सकता है। ऐसे में शिक्षा विभाग पंजाब और हरियाणा से काफी संख्या में डेपुटेशन शिक्षकों को बुला सकता है। हरियाणा में पिछले कुछ सालों मे 20 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती हुई है। ऐसे में हरियाणा से ही अधिक शिक्षक आ सकते हैं। जरुरत पड़ने पर एससीईआरटी सेक्टर-32, गवर्नमेंट बीएड कॉलेज सेक्टर-20 में बीएड और जेबीटी कर करने वालों से मदद ली जा सकती है। नहीं करूंगा कोई कमेंट -
भर्ती को लेकर कोई कमेंट नहीं करुंगा। डेपुटेशन कोटे को भरने के लिए इंटरव्यू हो रहे है। यह एक रूटीन प्रक्त्रिया है।
आरएस बराड़, डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन शिक्षा विभाग