नेताजी, चुनावी सीजन में खुद को फिट रखना है तो जेब में रखिये चना और बादाम
चुस्त-दुरुस्त रखना है तो डाइट को लेकर गंभीर हो जाइये।
वीणा तिवारी, चंडीगढ़ : चुनावी मौसम में नेताजी खुद को चुस्त-दुरुस्त रखना है, तो डाइट को लेकर गंभीर हो जाइये। ज्यादा तला-भुना और मसालेदार खाने के बजाय जेब में मुट्ठीभर चना और बादाम रखने की आदत डाल लें। भूख लगने पर चंद चने और बादाम आपको फिर से स्फूर्ति प्रदान कर सकते हैं। वहीं, अगर आप थकान मिटाने के लिए दिनभर में कई बार ग्रीन टी की चुस्की लेते हैं, तो उसे तत्काल दो बार तक कर दें, क्योंकि 24 घंटे में दो कप से ज्यादा ग्रीन टी लेने पर पाचन शक्ति प्रभावित हो सकती है। पराठे की जगह लें दाल-रोटी
गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल सेक्टर-16 की डायटीशियन डॉ. मनीषा अरोड़ा का कहना है कि गर्मी में दिनभर भागदौड़ वाली रूटीन होने पर डाइट को लेकर सावधान रहना जरूरी होता है। वरना इसका दूरगामी प्रभाव पड़ता है। डॉ. मनीषा के अनुसार ऐसे लोगों को सुबह के नाश्ते में पराठे की जगह दाल-रोटी और सब्जी वाली ओट्स लेना फायदेमंद होगा। क्योंकि पराठा खाने पर पेट तो भर जाता है, लेकिन फिर नींद आने लगती है। जबकि रोटी और ओट्स लेने पर ऐसा नहीं होता। मार्केट के बजाय लें घर की सैंडविच
नाश्ता करने के बाद चुनाव प्रचार पर निकलते हैं, तो दोपहर के लिए घर से बनी सैंडविच साथ ले जाएं। बाहर की तली-भुनी चीजों और फास्ट फूड की तुलना में यह बेहतर और हेल्दी डाइट होती है। इसके अलावा संतरा, सेब, केला रख लें। फ्रूट सलाद साथ रखें। ज्यादा गर्मी हो और पसीना आए, तो नमक वाली छाछ ले सकते हैं। कोल्ड ड्रिक की जगह सोडा मिलाकर नींबू पानी लेना फायदेमंद होगा। स्नेक्स की जगह कद्दू व सूरजमुखी का बीज
चाय के साथ चिप्स या दूसरे स्नेक्स लेने के बजाय भूना हुआ बादाम, कद्दू या सूरजमुखी का बीज बिना नमक मिलाए लें। इसके अलावा भूना हुआ बाजरा, ज्वार या ऐसे ही अन्य अनाज जो उपलब्ध हों, उसे लेकर निकलें। थकान या भूख लगने पर इन चीजों को लेना एनर्जी प्रदान करता है। बाजार के कटे फलों से कर लें तौबा
गर्मी में इन्फेक्शन से बचाव के लिए सबसे जरूरी है खुले में बिक रहे कटे फलों से तौबा करना। डॉ. मनीषा ने बताया कि गर्मी में डायरिया और पेट संबंधी इन्फेशन की बड़ी वजह खुले में बिकने वाले फ्रूट और फूड आइटम हैं। लोग उसे हेल्दी समझकर खा लेते हैं और फिर बीमार पड़ते हैं। इसलिए खुले में बिक रहे खरबूज-तरबूज से परहेज करें। डिब्बा बंद जूस ही लें।