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शब्दों में खूबसूरती तलाशना जरूरी

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कंप्यूटर ने हाथ की लिखाई भुला दी है। लोग बात करते हैं तो मोबाइल से

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 07:53 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 07:53 PM (IST)
शब्दों में खूबसूरती तलाशना जरूरी
शब्दों में खूबसूरती तलाशना जरूरी

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कंप्यूटर ने हाथ की लिखाई भुला दी है। लोग बात करते हैं तो मोबाइल से, एक दूसरे को संदेश देते हैं तो टेक्स्ट मैसेज से। लिखते हैं तो कंप्यूटर पर। ये क्या आदत है? अब तो कई लोग लिखना भूल गए हैं। दुख होता है कि कंप्यूटर के इस युग में शब्द अपनी खूबसूरत और अपनी अहमियत खोते जा रहे हैं। कैलीग्राफी आर्टिस्ट अच्युत पालव ने कुछ इन्हीं शब्दों में वर्तमान में कंप्यूटर और मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल पर चिंता जताई। शब्दों को अपना काम और इश्क समझने वाले अच्युत गवर्नमेट आर्ट कॉलेज-10 में दो दिनों की वर्कशॉप के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने स्टूडेट्स को कैलीग्राफी की तकनीक पर बात की। व्यक्ति की पहचान उसकी लिखावट होती है

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अच्युत ने कहा कि लिखावट एक इंसान के लिए बहुत जरूरी है। ये उसी तरह है, जैसे आप किसी दोस्त से बात करते हैं। आप लिखते हैं, तो आप अपनी भावनाओं को प्रकट कर सकते हैं, बहुत सी मानसिक स्थिति ठीक होती है। संयम होता है, शब्दों की बनावट पता चलती है। ऐसे में लिखावट बहुत जरूरी होती है। ये आपके बारे में बहुत कुछ बताती है, एक मनोवैज्ञानिक भी आपको आपकी राइटिंग के जरिये आपके बारे में बहुत कुछ बता सकता है। खत में सिर्फ जानकारी नहीं, बहुत कुछ होता था

अच्युत ने कहा कि पहले खत का जमाना था। आज वो खत्म हो गया है। दरअसल, वो हमें केवल खबर नहीं, बल्कि लिखावट को अंदाज भी बयान करता था। लिखने से ही पता चल जाता था कि कोई शख्स किन हालातों से गुजरता है। मुझे उस दौरान खत ने ही कैलीग्राफी में आने के लिए प्रेरित किया था। अब दुख होता है ये है ही नहीं। कैलीग्राफी एक अच्छा प्रोफेशन

कैलीग्राफी से जुड़े करियर पर बोलते हुए अच्युत बोले कि वर्तमान में कैलीग्राफी एक बेहतर करियर बनकर सामने आया है। मैंने खुद आर्किटेक्ट, इंटीरियर फैशन और ज्वेलरी डिजाइन के लिए इस्तेमाल किया है। आने वाले समय में ये क्षेत्र और भी बढ़ेंगे। हालांकि एक आर्टिस्ट को ये पता होना चाहिए कि उसे कैलीग्राफी के लिए ज्यादा से ज्यादा भाषाओं और उनकी बनावट का पता होना चाहिए। स्टूडेट्स ने लिखा और सीखा कैलीग्राफी को

अच्युत ने वर्कशॉप के दौरान स्टूडेट्स को कैलीग्राफी की तकनीक के बारे में बताया। बोले कि आपको पहले एक शब्द की बनावट को देखना होगा, बिल्कुल वैसे ही जैसे कि आप किसी इंसान को चित्रित करते वक्त उसके नैन नक्श को देखते हैं। इसके बाद आप शब्द में क्या नया कर सकते हैं, ये आपको देखना होगा। अच्युत ने इसका उदाहरण देते हुए चंडीगढ़ को ¨हदी, पंजाबी और अंग्रेजी भाषा में लिखा। इसके बाद स्टूडेट्स ने भी अपने अंदाज में विभिन्न शब्दों को विभिन्न भाषाओं में लिखा।


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