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यूएई में रेड बॉल क्रिकेट में भारतीय टीम की जीत के हीरो बने कुराली के नवरूप

कुछ कर दिखाने की ललक को मन में संजोए गांव के खेल मैदान से क्रिकेट का सफर शुरू किया था।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 10:33 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 10:33 PM (IST)
यूएई में रेड बॉल क्रिकेट में भारतीय टीम की जीत के हीरो बने कुराली के नवरूप
यूएई में रेड बॉल क्रिकेट में भारतीय टीम की जीत के हीरो बने कुराली के नवरूप

संवाद सहयोगी, कुराली : कुछ कर दिखाने की ललक को मन में संजोए गांव के खेल मैदान से क्रिकेट का सफर शुरू किया था। इसी के फलस्वरूप आज परिवार और स्कूल सहित कुराली का नाम रोशन करने में खुद पर गर्व महसूस कर रहा हूं। यह कहना है कुराली के निकटवर्ती गांव झिगड़ा कलां वासी एवं सनफील्ड इंटरनेशनल स्कूल के होनहार स्टूडेंट नवरूप सिंह का जिन्होंने यूएई में आयोजित रेड बॉल क्रिकेट चैंपियनशिप में भारतीय अंडर-19 टीम में फास्ट बॉलर के तौर पर उम्दा प्रदर्शन किया और मेडल जीत कर शनिवार को वापस घर लौटे। ग्रास और बाउंसी पिच पर गेंदबाजी में मिली मदद

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नवरूप सिंह ने बताया कि वो बीते सोमवार को भारतीय अंडर-19 टीम में रेड बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने के लिए यूएई पहुंचे थे। इस दौरान उनकी टीम ने यूएई अंडर-19, पाकिस्तान अंडर-23 और व‌र्ल्ड कप लेवल टीम के साथ तीन 20-20 मैच खेले जिसमें भारतीय टीम ने पाकिस्तान एवं यूएई टीम को शिकस्त दी। नवरूप के अनुसार दुबई में ग्रासी व बाउंसी पिच से उन्हें तेज गेंदबाजी में मदद मिली। पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने दो और यूएई के खिलाफ तीन विकेट झटके। मां ने माथा चूम कर किया बेटे का स्वागत

नवरूप सिंह यूएई में पांच दिन बाद टूर्नामेंट खेलने के बाद शनिवार को घर लौटे। जहां दरवाजे पर पहले से ही उनकी वापसी की राह देख रही मां ने बेटे का माथा चूम कर स्वागत किया। इसके बाद दादा, पिता और चाचा ने गले लगाकर बेटे को आशीर्वाद दिया। छोटे भाई के साथ करता था प्रैक्टिस

नवरूप ने बताया कि जब उसने क्रिकेट खेलना शुरू किया था तब पिता ने उसे खेल छोड़ पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा था, पर मां ने उन्हें स्पोर्ट किया और खेल के साथ पढ़ाई में भी अव्वल रहने की हिदायत देते हुए क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया। खेल के लिए दादा ने भी स्पोर्ट किया। चाचा ने उन्हें क्रिकेट किट लाकर दी। नवरूप ने बताया कि छोटा भाई भी क्रिकेट खेलता है ऐसे में वह उसके साथ बॉलिग प्रैक्टिस करता था। स्कूल में हुआ ग्रैंड वेलकम

नवरूप सिंह ने बताया कि वो कुराली स्थित सनफील्ड इंटरनेशनल स्कूल में 11वीं का स्टूडेंट है। यूएई में जीत का परचम लहराने के बाद स्कूल पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। स्कूल में प्रिसिपल हरिदर हुंदल सहित कोच एवं टीचर्स ने नवरूप को विशेष तौर पर सम्मानित किया।


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