नवजाेत सिद्धू अपनी कोठियों पर लगाएंगे काले झंडे, फिर पंजाब सीएम अमरिंदर को खुली चुनौती
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मंत्री नवजाेत सिंह सिद्धू 26 मई को किसानों के समर्थन में अमृतसर और पटियाला की अपनी कोठियों पर काले झंडे लगाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को फिर चुनौती दी है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के किसानों से धरना न देने के बयान के बाद अगले ही दिन सोमवार को उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि वह 26 मई को पटियाला और अमृतसर में अपने आवास पर काला झंडा फहराएंगे। इसके साथ ही सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह का फिर खुली चुनौती दे दी है।
कहा- जब तक केंद्र कृषि कानूनों को वापस नहीं लेता, किसानों का समर्थन करेंगे
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस नहीं लेती, वह किसान आंदोलन का समर्थन करेंगे। उन्होंने सोमवार को अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि 26 मई को किसानों को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे छह महीने पूरे हो जाएंगे। तीनों कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा के बीच चल रही वार्ता भी पिछले चार महीनों से बंद होने के चलते किसानों ने 26 को काला दिवस मनाने का एलान किया है। पंजाब के 32 किसान संगठन इसकी तैयारियों में जुट गए हैं।
किसान संगठनों ने किसानों, मजदूरों, युवाओं, विद्यार्थियों, सरकारी कर्मचारियों, साहित्यकारों , रंगकर्मियों, ट्रांसपोर्टरों,व्यापारियों और दुकानदारों से अपना रोष व्यक्त करने की अपील की है। संयुक्त मोर्चा के नेता प्रो. जगमोहन सिंह ने कहा कि पक्के धरनों में काली पगडि़यां पहन कर और काली चुनरियां ओढ़कर शामिल हों। घरों, दुकानों, दफ्तरों, ट्रैक्टरों, कारों, जीपों, स्कूटर, मोटर साइकिल,बसों, ट्रकों पर काले झंडे लाकर तीनों कृषि कानूनों, बिजली संशोधन बिल और पराली आर्डिनेंस का विरोध जोरदार ढंग से किया जाएगा। बता दें कि पंजाब में 108 जगहों पर टोल प्लाजा, रिलायंस पंप, मॉल, रेलवे पार्क और अदाणी की खुश्क बंदरगाहों व भाजपा नेताओं के घरों के बाहर धरने जारी हैं।
शिअद संयुक्त ने भी किया काला दिवस मनाने का समर्थन
दूसरी ओर, शिरोमणि अकाली दल संयुक्त ने भी किसान संगठनों के काला दिवस मनाने का समर्थन किया है। पार्टी के प्रधान सुखदेव सिंह ढींडसा और सरपरस्त रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि वह तीनों कृषि कानूनों को रद करें। उन्होंने किसानों की हिम्मत की प्रशंसा की कि छह माह से भारी सर्दी व बरसात आदि झेलने के बावजूद वे डटे हुए हैं।
यह भी पढ़ें: पंजाब की पंचायत का फरमान- न कोई रिश्तेदारी में जाएगा, न कोई रिश्तेदार गांव में आएगा
यह भी पढ़ें: मिठास बांटने वाले पंजाब के किसानों को लागत निकालने के लाले, बिचौलियों के वारे न्यारे
हरियाणा की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें