नवजोत सिद्धू ने अब उठाया EVM का मुद्दा, पंजाब विधानसभा में बोले- मतपत्र से वोटिंग के लिए पास हो बिल
पंजाब विधानसभा में नवजोत सिंह सिद्धू ने ईवीएम पर सवाल उठाया। कहा कि सदन में मतपत्र से चुनाव कराने का बिल पास किया जाना चाहिए। इससे पहले लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस ने यह मामला विधानसभा में उठाया था।
चंडीगढ़ [इन्द्रप्रीत सिंह]। पंजाब विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। सत्र में नवजोत सिंह सिद्धू ने लंबे अंतराल के बाद पहली बार बोला। सिद्धू ने ईवीएम से चुनाव करानेे पर सवाल उठाया। कहा कि चुनाव ईवीएम के बजाय मतपत्रों के जरिये करवाया जाना चाहिए। इससे पहले यह मुुुुुुद्दा लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत बैंस ने उठाया था। कहा कि महाराष्ट्र की तर्ज पर पंजाब विधानसभा को भी इस संबंधी प्रस्ताव लाना चाहिए।
बैंस की इस बात का नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ही अंदाज में इसका समर्थन किया। कहा कि विश्व के कई विकसित देशों ने ईवीएम पर पाबंदी लगा दी है और चुनाव मतपत्र के जरिए ही करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से लगातार संस्थाओं को कठपुतली बनाया जा रहा है और जो भी इनके खिलाफ बोलता है उन्हें डराया जा रहा है। बाहें लहरा-लहरा कर सिद्धू ने कहा कि अगर चुनाव मतपत्र के जरिए करवा लिए जाएं तो पता चल जाएगा कौन कितने पानी में है। उन्होंने यह भी चुनौती दी कि अगर ऐसा हो जाए तो केंद्र सरकार एक भी सीट नहीं जीत पाएगी।
नवजोत सिंह सिद्धू के बाद विपक्ष के नेता हरपाल चीमा ने भी ईवीएम को बंद करने की मांग की मांग की। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में मॉक टेस्टिंग भी करवाई गई, जिसमें साफ पता चल रहा है कि किस तरह से ईवीएम की टेंपरिंग हो रही है। बता दें, शून्यकाल में यह मुद्दा सिमरजीत बैंस ने उठाया था और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया था, लेकिन स्पीकर ने यह कहते हुए रद कर दिया कि यह स्टेट असेंबली का मामला नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह काफी अध्ययन करके यह प्रस्ताव लाए हैं। उन्होंने उदाहरण भी दिए। महाराष्ट्र में एक कमेटी बनाकर ईवीएम की जगह मतपत्र से चुनाव करवाने का प्रस्ताव विधानसभा में पारित किया है और सरकार से कहा है कि वह इस पर बिल लाए इस पर स्पीकर ने कहा कि हम इसको स्टडी करवाएंगे।
खैहरा के ठिकानों पर ईडी की रेड का मामला भी उठा
विधायक सुखपाल खैहरा के ठिकानों पर आज ईडी ने छापा मारा है। यह छापामारी अभी भी जारी है। यह मामला भी पंजाब विधानसभा में उठा। कंवर संधू ने यह मुद्दा उठाया।