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नए विवाद में घिरे नवजोत सिद्धू, पाक से लाए स्टफ्ड काला तीतर मामला में कस सकता है घेरा

पंजाब के कै‍बिनेट मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू अब नए विवाद में फंस गए हैं। पाकिस्‍तान से स्‍टफ्ड काला तीतर लाने के मामले में उन पर शिकंजा कसता दिख रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 15 Dec 2018 01:47 PM (IST)Updated: Sat, 15 Dec 2018 01:47 PM (IST)
नए विवाद में घिरे नवजोत सिद्धू, पाक से लाए स्टफ्ड काला तीतर मामला में कस सकता है घेरा
नए विवाद में घिरे नवजोत सिद्धू, पाक से लाए स्टफ्ड काला तीतर मामला में कस सकता है घेरा

चंडीगढ़, जेएनएन। पूर्व क्रिकेटर और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर विवाद में फंस गए हैं। पाकिस्तान से स्टफ्ड काला तीतर लाने के मामले में सिद्धू पर शिकंजा कसता लग रहा है। उन्होंने इसे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को तोहफे में दिया था। इस मामले में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही तीतर की प्रजाति जानने के लिए इसे वन्‍य जीव संस्‍थान भेजा जाएगा। दूसरी ओर, पंजाब के अधिकारियों का मानना है कि सिद्धू के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है।

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तीतर की प्रजाति जानने के लिए भारत सरकार के वन्य जीव इंस्टीट्यूट में भेजा जाएगा

वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो पंजाब (डब्ल्यूसीसीबी) के वॉलंटियर संदीप जैन ने इसे वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट-1972 का उल्लंघन बताया है। उन्होंने वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो नई दिल्ली में सिद्धू के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा जांच की मांग की है। हालांकि, इस मामले में मुख्यमंत्री ऑफिस की ओर से कोई भी बोलने को तैयार नहीं है। पता चला है कि इस बारे में वाइल्ड लाइफ विभाग से पूछा जा रहा है। दूसरी ओर, वन्य जीव विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है।

वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट-1972 के उल्लंघन का आरोप, अधिकारी के अनुसार- सिद्धू पर नहीं बनता कोई केस

दूसरी ओर, नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ कोई केस नहीं बनता, क्योंकि जब वह भारत-पाक सीमा पार करके आए थे तो उनके सामान की जांच करना कस्टम के अधिकारियों का काम है। भारत सरकार ने हर कस्टम विभाग में वन्य जीव से जुड़ा एक अधिकारी भी लगाया हुआ है, ताकि इस तरह के मामले सामने आने पर वे अपनी बनती कार्रवाई करें।

नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ शिकायत देने वाले संदीप जैन।

इस अधिकारी का कहना है कि नवजोत सिद्धू जब यह तोहफा लाए थे तो इसकी जांच वहीं पर होनी चाहिए थी। उन्होंने यह जांच क्यों नहीं की? यह मामला उन पर बनता है। दूसरा अगर उन्होंने जांच कर ली और सिद्धू को इसे ले जाने दिया तो फिर यह मामला ही खत्म हो जाता है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही पता चलेगा कि  स्टफ्ड तीतर किस प्रजाति का है। इसे भारत सरकार के वन्य जीव इंस्टीट्यूट में भेजा जाएगा।

कैप्टन अमरिंदर सिंह को पसंद है तीतर

नवजोत सिंह सिद्धू दो दिन पहले मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को पाकिस्तान से लाए स्टफ्ड काले तीतर का तोहफा भेंट किया था। सिद्धू ने बताया कि कैप्टन के मोबाइल की रिंगटोन में काले तीतर की आवाज है। इसलिए वह यह गिफ्ट खासतौर पर उनके लिए लाए हैं। काला तीतर कैप्टन का पसंदीदा पक्षी है। सिद्धू जब करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के लिए पाकिस्तान गए थे, तब वह यह तोहफा लाए थे।

क्या होता है स्टफ्ड तीतर

पक्षियों को मार कर या मरे हुए पक्षियों की खाल में भूसा आदि भर कर इन्हें बेचा जाता है। पाकिस्तान में यह अवैध नहीं है, जबकि भारत में यह प्रतिबंधित है। पुराने समय में राजा शिकार करने के बाद पशुओं की खाल में भूसा भर के उन्हें दीवारों पर सजा दिया करते थे। भारत में अब ऐसा करना अपराध है।

क्या कहता है कानून

वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट-1972 के तहत वन्य जीवों के शिकार याउनके शरीर के अंश की तस्करी आदि में कम से कम तीन साल व अधिकतम सात साल कैद की सजा का प्रावधान है। इसके अलावा 10 हजार रुपये से 25 हजार रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। हालांकि सिद्धू के खिलाफ ऐसा कोई मामला नहीं बनता।

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'' मैैंने वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो नई दिल्ली को शिकायत की है। इसमें जांच की मांग की गई है कि किन परिस्थितियों में पाकिस्तान से स्टफ्ड काला तीतर लाया गया और इतने लंबे समय तक पंजाब में रखा। बिना अनुमति के किसी पक्षी, जानवर या उसके अवशेष को नहीं रखा जा सकता।

                                                         - डॉ. संदीप कुमार जैन, मानद जीव जंतु कल्याण अधिकारी, पंजाब।


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