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National Games 2022: गुजरात में छाए चंडीगढ़ के मुक्केबाज, 3 ने पक्के किए मेडल, सावन गिल से गोल्ड की उम्मीद

नेशनल गेम्स 2022 में चंडीगढ़ के मुक्केबाजों ने अपने मेडल कन्फर्म कर लिए हैं। शहर के तीन मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। इनमें दो पुरुष और एक महिला मुक्केबाज है। तीनों खिलाड़ी आज सेमीफाइनल मुकाबले खेलेंगे ।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Tue, 11 Oct 2022 01:27 PM (IST)Updated: Tue, 11 Oct 2022 01:27 PM (IST)
National Games 2022: गुजरात में छाए चंडीगढ़ के मुक्केबाज, 3 ने पक्के किए मेडल, सावन गिल से गोल्ड की उम्मीद
बाक्सर हरप्रीत, महिला मुक्केबाज सविता और सावन गिल ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। गुजरात में आयोजित नेशनल गेम्स (National Games 2022) में शहर के तीन मुक्केबाजों ने क्वार्टरफाइनल में अपने मैच जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया है। चंडीगढ़ की तरफ से खेलने वाली महिला मुक्केबाज सविता ने (54 से 57 किलोग्राम भारवर्ग) , हरप्रीत ( 75 से 80 किलोग्राम भारवर्ग) और सावन गिल (92 प्लस किलोग्राम भारवर्ग) ने सेमीफाइनल में जगह पक्की की है। इन तीनों खिलाड़ियों ने सेमीफाइनल में पहुंच कर अपना मेडल कंफर्म कर लिया है।

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आज यह सभी मुक्केबाज अपने सेमीफाइनल मुकाबले खलेंगे। इन खिलाड़ियों में सावन गिल तेजी उभरता हुआ नाम है। सावन गिल काफी लंबे समय से मेडल जीत रहे हैं। उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें 15 अगस्त 2017 को स्टेट अवार्ड मिल चुका है। बाक्सर सावन गिल ने बताया कि बताया कि कामनवेल्थ गेम्स मेडल विजेता मनोज कुमार उनके आर्दश हैं। वह भी उन्हीं की तरह बाक्सिंग चैंपियन बनकर मेडल जीतना चाहते हैं।

सावन जीत चुके हैं कई प्रतियोगिताएं

  • खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2019 मेंगोल्ड मेडल जीता ।
  • आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी 2019में गोल्ड मेडल जीता।
  • चंडीगढ़स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 7 गोल्ड मेडल जीते।
  • स्कूल नेशनल गेम्स में 3 ब्रांज मेडल जीते।
  • साल 2017 नेशनल गेम्स में एक गोल्ड मेडल जीता।

कोच भगवंत सिंह को भी सावन से गोल्ड की उम्मीद

हरियाणा पुलिस में तैनात सावन गिल के पिता आनंद प्रकाश ने बताया कि उनका बेटा पढ़ाई में अव्वल रहता है। सावन गिल कालेज से आने के बाद वह थोड़ी आराम करने के बाद सीधा सेक्टर - 52के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में चला जाता है। जहां शाम 4:30 से 7 बजेतक बाक्सिंग का अभ्यास करता है। कई सालों से उसका यही रूटीन है इसलिए हम उसके खाने पीनेका विशेष ध्यान रखते हैं। सावन के कोच भगवंत सिंह ने बताया कि सावन पिछले कई सालों से लगातार शानदार खेल का प्रदर्शन कर रहा है। कई प्रतियोगिताओं में खुद को साबित भी कर चुका है। दो बार तो नेशनल कैंप में हिस्सा ले चुका है। इसलिए उन्हें सावन से खासी उम्मीदें है।


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