नेट का बदला पैटर्न, यूटर्न में पूछे सवाल
यूजीसी द्वारा कंडक्ट (नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट) नेट शहर के 35 सेंटरों में संपन्न हुआ।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : यूजीसी द्वारा कंडक्ट (नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट) नेट शहर के 35 सेंटरों में संपन्न हुआ। इस पेपर के लिए शहर के मॉडल सरकारी स्कूलों में सेंटर बनाया गया है जिसमें पचास हजार के करीब स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया। इस बार एग्जाम ने स्टूडेंट्स को पिछले साल के बजाय ज्यादा परेशान किया। उसका कारण पैटर्न का बदलना था। पेपर दो शिफ्टों में लिया गया। पहली शिफ्ट में स्टूडेंट्स से जरनल नॉलेज और कुछ विषय से संबंधी प्रश्न पूछे गए। यह प्रश्न यूनिक तरीके से पूछे गए थे जिसके कारण स्टूडेंट्स को परेशानी आई। पहले दोनों पेपर विषय से संबंधी होते थे जिसमें कुछ प्रश्न ही जरनल नॉलेज के होते थे। नेट का 82 विषयों का एग्जाम हुआ है जिसमें अलग-अलग प्रकार के प्रश्न पूछे गए है।
कड़ी रही सुरक्षा व्यवस्था
पेपर की एंट्री सुबह 7 बजे से कर दी थी। जिसमें सभी स्टूडेंट्स की पुलिस द्वारा गेट पर बारीकी से चेंकिग की गई। एग्जाम में स्टूडेंट्स को मोबाइल फोन, पर्स जैसा कोई भी सामान अंदर नहीं जाने दिया गया। पेपर आसान था। लेकिन विषय से संबंधी पूछे गए जरनल प्रश्न ने कुछ परेशान किया। यह प्रश्न पुस्तकों से ही थे। लेकिन काफी घुमा-फिराकर प्रैक्टिकल तौर से पूछे गए थे जिसके कारण कुछ परेशानी पहले पेपर के दौरान हुई।
सुमन, स्टूडेंट
एग्जाम बेहतर था। लेकिन जरनल नॉलेज के साथ कुछ प्रश्न ऐसे पूछे गए थे जोकि विषय से तो थे। लेकिन प्रैक्टिकल तौर पर थे। जिसके कारण उन्हें हल करने में कुछ परेशानी हुई। पीयू डीपीआर द्वारा भेजी गई गलत जानकारी जिसको तीसरा बार ठीक कर भेजा गया।
विनोद, स्टूडेंट