म्यूजिक ऑफ साउंड में दिखी जिंदगी की सच्चाई
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : म्यूजिक ऑफ साउंड फिल्म को रविवार को प्ले की तरह टैगोर थिए
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : म्यूजिक ऑफ साउंड फिल्म को रविवार को प्ले की तरह टैगोर थिएटर सेक्टर-18 में पेश किया गया। नाटक को यादविंद्रा पब्लिक स्कूल (वाईपीएस) पटियाला के स्टूडेंट्स द्वारा पेश किया गया। प्ले 1965 में रिलीज हुई फिल्म के अंशों को लेकर तैयार किया गया था। जिसमें बच्चों को एक कैप्टन और उसके आसपास की कुछ घटनाओं को चित्रित किया गया है। नाटक का आरंभ कैप्टन के घर से होता है, जहां पर वह एक अनाथालय चलाता है। अनाथालय में रहने वाले बच्चों की केयर के लिए वह आया को रखता है। इसी बीच कैप्टन की लाइफ में एक महिला दोस्त आती है, जोकि बच्चों को पसंद नहीं करती है। इस पर बच्चों की केयर टेकर कैप्टन से गुस्सा होती है। महिला मित्र के आने के बाद बच्चों में डर पैदा हो जाता है, क्योंकि उन्हें लगता है कि शायद कैप्टन उन्हें छोड़ देगा और वह पूरी तरह से बेसहारा हो जाएंगे। बच्चे और केयर टेकर उसी डर में जी रहे होते हैं, तभी कैप्टन का एक अन्य दोस्त आता है, जोकि बच्चों को समझाता है कि जिस प्रकार से आपको किसी की जरूरत है, वैसी ही जरूरत कैप्टन को भी है। लेकिन उसे अपनी जरूरत पूरा होने के बाद बच्चों से विमुख नहीं होना चाहिए। जिस पर बच्चे सहमत हो जाते हैं और कैप्टन भी महिला मित्र को राजी कर लेता है। नाटक का निर्देशन वाइपीएस के पुराने स्टूडेंट मनपाल टिवाना ने किया। उन्होंने कहा कि यह प्ले प्लेटनिम जुबली पर बनाया गया है। इसके लिए नवंबर 2017 से अब तक अलग-अलग स्थानों पर नाटक का सफल मंचन कर चुके हैं।