नगर निगम पहली बार ठेके पर भर्ती करेगा 84 फायरकर्मी, इस कंपनी को सौंपा जिम्मा
नगर निगम ने 84 फायरकर्मी ठेके पर भर्ती करने के लिए कंपनी फाइनल कर दी है। कर्मचारियों की भर्ती के लिए नगर निगम ने टेक्निकल कमेटी का गठन कर दिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम ने 84 फायरकर्मी ठेके पर भर्ती करने के लिए कंपनी फाइनल कर दी है। कर्मचारियों की भर्ती के लिए नगर निगम ने टेक्निकल कमेटी का गठन कर दिया है। जिसमें पांच सदस्यों को शामिल किया है। इस कमेटी में एक फायरमैन को भी शामिल किया गया है। असमी नाम की कंपनी से फायर कर्मचारी ठेके पर लिए जाएंगे, लेकिन टेक्निकल कमेटी भर्ती की प्रक्रिया को देखेगी। पिछले साल भी नवंबर माह में नगर निगम ने एक कंपनी फाइनल की थी, लेकिन उस कंपनी पर आवेदक से 30 से 50 हजार रुपये की राशि लेने के आरोप लगने शुरू हो गए थे, जिसके बाद चीफ फायर अधिकारी अनिल गर्ग ने भर्ती खारिज कर दी थी। ऐसे में अब नए सिरे से भर्ती करने के लिए कंपनी फाइनल की गई है। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब ठेके पर फायर कर्मचारी नियुक्त किए जा रहे हैं। पिछले साल नगर निगम के सदन की बैठक में 84 फायरकर्मियों की भर्ती का प्रस्ताव पास किया गया था। चीफ फायर अधिकारी अनिल गर्ग का कहना है कि अब नए सिरे से फायरकर्मी भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। आवेदक से कोई भी राशि एडवांस में कंपनी से नहीं लेगी। कंपनी नोमिनल फाइल चार्ज ले सकती है। अगर कोई अवैध तौर पर राशि मांगकर भर्ती करने की गारंटी लेता है तो इसकी शिकायत सीधे उन्हें मिलकर की जाए।
60 प्रतिशत फायर कर्मियों की कमी
नगर निगम के दमकल विभाग में 60 प्रतिशत फायरकर्मियों की कमी है। ऐसे में इस समय फायर विभाग को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम में इस समय 358 पोस्ट फायरकर्मी की सेंशन हैं। जिनमें से इस समय 138 कर्मी ही तैनात हैं, जबकि 220 फायरकर्मियों का टोटा है। इसके साथ ही दमकल विभाग की गाडिय़ों को चलाने के लिए चालकों की भी भारी कमी है। 96 चालकों की पोस्ट सेंशन है, लेकिन इसके मुकाबले में 40 चालक ही भर्ती है। नगर निगम के अनुसार इस समय 7 फायर स्टेशन हैं, जबकि शहर में दो और फायर स्टेशन का निर्माण करना प्रस्तावित है। कोई आगजनी की घटना होने के साथ-साथ फायरकर्मी की ड्यूटी जागरूकता अभियान के अलावा वीवीआइपी प्रोटोकोल की ड्यूटीज में भी लगाई जाती है।