नगर निगम कर्मचारी ने नौकरी दिलाने के लिए मांगे 50 हजार, विजिलेंस ने किया गिरफ्तार
यूटी विजिलेंस टीम ने नगर निगम के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में तैनात स्वीपर को 50 हजार रिश्वत मामले में 10 हजार एडवांस लेते ही गिरफ्तार कर लिया।
जेएनएन, चंडीगढ़। यूटी विजिलेंस टीम ने नगर निगम के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में तैनात स्वीपर को 50 हजार रिश्वत मामले में सेक्टर-28 स्थित घर से 10 हजार एडवांस लेते ही गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस ने आरोपित तेज पाल के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ नगर निगम के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत तेजपाल चंडीगढ़ निवासी एक व्यक्ति को कुछ समय से झांसा दे रहा था। आरोपित कहता था कि वह उसके बेटे को कांट्रेक्ट बेस पर सफाई कर्मी की नौकरी दिलवा देगा। लेकिन, कुछ समय बाद वह 50 हजार रूपये की डिमांड करने लगा। जबकि, शिकायतकर्ता उसे पैसा नही देना चाहता था और उसने यूटी विजिलेंस में शिकायत कर दी।
10 हजार एडवांस लेने के चक्कर में हुई गिरफ्तारी
यूटी विजिलेंस ने शिकायत के आधार पर शुक्रवार को ट्रैप के आधार पर शिकायतकर्ता से आरोपित स्वीपर तेज पाल को कॉल करवाया। शिकायतकर्ता ने कहा कि आप एडवांस के 10 हजार रूपये ले लिजिए। जिसके बाद आरोपित तेज पाल ने उसे पैसे लेकर सेक्टर-28 स्थित अपने घर आने को बोल दिया। इस दौरान विजिलेंस टीम घर के बाहर पहले से तैनात हो गई। जैसे ही शिकायतकर्ता ने पैसे आरोपित को पकड़ाए विजिलेंस टीम ने उसे दबोच लिया।
नगर निगम के अधिकारियों पर विजिलेंस की नजर
सूत्रों के अनुसार विजिलेंस विभाग की नजर चंडीगढ़ नगर निगम के अधिकारियों पर होगी। विजिलेंस टीम मान रही है कि इस काले धंधे की जड़ सिर्फ स्वीपर तक सीमित नहीं हो सकती है। उसका लिंक जरूर कहीं न कहीं किसी अधिकारी के साथ जुड़ा होगा। इस वजह से अधिकारी भी संदेह से दायरे में है।