नगर निगम के इंजीनियराें काे सड़कों की कारपेटिंग की जांच में मिली खामियां Chandigarh News
नगर निगम के चीफ इंजीनियर और सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर ने मेयर राजबाला और कमिश्नर केके यादव के आदेश पर सेक्टर-9 4 की विभाजक और सेक्टर-42 की सड़क का निरीक्षण किया।
चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम के चीफ इंजीनियर और सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर ने मेयर राजबाला मलिक और कमिश्नर केके यादव के आदेश पर सेक्टर-9, 4 की विभाजक और सेक्टर-42 की सड़क का निरीक्षण किया। जांच के दाैरान इंजीनियर्स को खामियां मिली है। इन दोनों सड़क पर कारपेटिंग का काम चल रहा है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जो जॉब मिक्स फोरमूला और अलॉटमेंट लेंटर मौके पर होना चाहिए था, वह गायब था।
ऐसे में यह नहीं पता लग पाया कि कितनी डेनिसटी में निर्माण सामग्री डाली जा रही है। मौके पर अधिकारियों ने सड़क पर डाली जा रही निर्माण सामग्री की जांच भी की। निर्माण सामग्री की जांच के लिए इंजीनियर्स अपनी मशीन साथ लेकर गए थे।
ठेकेदार से नहीं कराई टेक काेट की जांच
अधिकारियों ने पाया कि जो पुरानी और नई सड़क के बीच टेक कोट डाला गया है उस प्लेट की जांच ठेकेदार की ओर से नहीं करवाई गई। हालांकि चीफ इंजीनियर शेलेंद्र सिंह का दावा है कि निर्माण सामग्री की जो जांच की गई है वह सही पाई गई है।
तापमान भी निकला कम
इंजीनियर्स के अनुसार निर्माण सामग्री डालने के बाद रोलिंग करने के बाद जांच की गई। जिसमें तापमान 39.2 डिग्री का मिला है। जबकि तापमान 92.2 मिलना चाहिए था। मालूम हो कि इस समय शहर की सड़कों की काफी खस्ता हालत है। इसकाे लेकर विपक्ष भी नगर निगम अाैर भाजपा पर निशाना साध चुके हैं। अाने वाले दिनाें में इस पर घमासान हाेने के अासार है।
लेफ्ट लेन खाली छोड़ने के लिए व्हाइट पट्टी
लेफ्ट लेन खाली छोड़ने के लिए भी व्हाइट पट्टी से एरो का निशान बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि सड़कों की रीकारपेटिंग और प्रिंट पूरा होने के बाद चालान कटने शुरू होंगे। स्टॉप लाइन और जेब्रा क्रॉसिंग पर वाहन खड़ा करने से ऑनलाइन चालान कटने शुरू होंगे।