चंडीगढ़ में मिले कोरोना के ज्यादातर मरीज बाहर से आए, यूटी प्रशासन ने उठाया बड़ा कदम
चंडीगढ़ में कोरोना के अब तक कोरोना के जितने मरीज सामने आए हैं उनमें ज्यादातर बाहर से आए थे। इसी कारण यूटी प्रशासन ने अन्य राज्यों की एंट्री रोकने के संग कई कदम उठाए हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में अब तक कोरोना के जितने मरीज मिले हैं उनमें अधिकतर कहीं बाहर से चंडीगढ़ आए थे या बाहर से आए लोगों के सीधे संपर्क में रहे थे। इससे बढ़ते खतरे को देखते हुए यूटी प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। आज रात से दूसरों राज्यों के लिए शुरू की गई लांग रूट की बसें बंद कर दी हैं और अन्य राज्यों के चंडीगढ़ में प्रवेश पर रोक लगा दी है।
चंडीगढ़ ने दूसरे राज्यों से बसों की आवाजाही पर लगाई रोक
यूटी प्रशासने ने दूसरे राज्यों से चंडीगढ़ से पैसेंजर ले जाने और लाने के बनी सहमति को वापस ले लिया है। अब पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की बसें चंडीगढ़ में एंट्री नहीं कर सकती। यह आदेश फिलहाल 30 जून लॉकडाउन तक जारी किए गए हैं। इसके बाद हालात को देखते हुए फैसला होगा। वैसे ट्राईसिटी में बसों की सर्विस पहले की तरह चालू रहेगी।
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की बसें भी नहीं होंगी दाखिल, बस चलाने के लिए दी सहमति ली वापस
पंचकूला, मोहाली और चंडीगढ़ में सीटीयू की बसें चलती रहेंगी। पंजाब राजभवन में चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली के अधिकारियों से वॉर रूम मीटिंग में चर्चा के बाद प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने यह आदेश दिए। बता दें कि 10 जून से चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग ने लांग रूट की बसों को पंजाब-हरियाणा के लिए शुरू किया था।
पहले पंजाब व हरियाणा भी रोजाना 200 से अधिक बसें चला रहे थे। 50 फीसद क्षमता और स्क्रीनिंग के बाद प्वाइंट टू प्वाइंट बस सर्विस को शुरू किया गया था। लेकिन अब ये बंद कर दी गई हैं। मीटिंग में डीसी मनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि लेबर डिपार्टमेंट के प्रयासों से 800 प्राइवेट इंप्लायर्स ने बापूधाम के 800 रेजिडेंट्स की सेलरी जारी की है। यह कंटेनमेंट जोन की वजह से अपने काम पर नहीं जा पाए थे।
प्लेन-ट्रेन से आने पर 14 दिन क्वारंटाइन
यूटी प्रशासन ने सख्ती करते हुए अब ट्रेन या डोमेस्टिक फ्लाइट से चंडीगढ़ आने वाले यात्रियों को 14 दिन होम क्वारंटाइन करने के आदेश दे दिए हैं। उन्हें स्क्रीनिंग के बाद घर में ही 14 दिन रहना होगा। आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करनी होगी। उन्हें खुद ही मॉनीटरिंग करनी होगी। यूटी प्रशासन की टीम रेंडम तौर पर चेक भी करेगी। यह आदेश रोड से अपने व्हीकल के जरिये चंडीगढ़ पहुंचने वाले लोगों पर भी लागू होंगे।
बाहर से आने पर सेल्फ जेनरेटेड डॉक्यूमेंट जरूरी
सड़क मार्ग के जरिये चंडीगढ़ पहुंचने वाले लोगों के पास सेल्फ जेनरेटेड डॉक्यूमेंट रखना जरूरी होगा। यूटी प्रशासन की वेबसाइट से यह मोबाइल के जरिये अपलोड किया जा सकता है। यह प्रशासन को पैसेंजर ट्रैवल और उसके पते को ढूंढऩे में मदद करेगी। यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह कोई पास या परमिट नहीं है। यह केवल आधिकारिक रिकॉर्ड के लिए जानकारी मात्र होगा। गवर्नमेंट, पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग या प्राइवेट कर्मचारी अगर चंडीगढ़ कोई मीटिंग या ऑफिस अटेंड करने आते हैं तो उन्हें आइकार्ड रखना अनिवार्य होगा।
रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, रोड सब जगह होगी स्क्रीनिंग
यूटी प्रशासक के एडवाइजर मनोज कुमार परिदा ने पंचकूला और मोहाली डीसी के साथ आपसी कोऑर्डिनेशन के लिए मीटिंग की। एडवाइजर ने तीनों डिस्ट्रिक्ट में रेल, हवाई और सडक मार्ग से आ रहे लोगों के लिए अपनाए जा रहे प्रोटोकाल की समीक्षा की। यह तय किया गया कि चंडीगढ़ और पंचकूला रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों की डबल स्क्रीनिंग की जाएगी। एयरपोर्ट पर पहले की तरह स्क्रीनिंग होती रहेगी। बस यात्रियों की स्क्रीनिंग पर तीनों डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने फैसला लिया कि ट्राईसिटी में बस के अंदर चढने से पहले यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग होगी।