दस दिन में रद हुईं ट्रेन की तीन हजार टिकटें, लॉकडाउन लगने से सफर नहीं कर पाए यात्री सफर
रेलवे की तरफ से टिकट का रिफंड वापस करने की प्रक्रिया 25 मई से शुरू कर दी गई है। इसके बाद से चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर रिफंड लेने आने वालों का सिलसिला जारी है।
चंडीगढ़ [वैभव शर्मा]। कोरोना वायरस के बाद लगे लॉकडाउन ने जिंदगी थाम दी थी। 22 मार्च से ट्रेनों के संचालन पर भी रोक लगा दी गई थी। इस कारण जो लोगा लॉकडाउन के दौरान सफर नहीं कर पाए अब वे अपनी बुकिंग रद करवाने के लिए चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंच रहे हैं। पिछले दस दिन में तीन हजार से ज्यादा यात्रियों ने अपनी बुकिंग रद करवाई है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर बने रिजर्वेशन सेंटर पर बुकिंग रद करवाने और रिफंड लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
बुकिंग सिर्फ 10 फीसद, रिफंड 90 फीसद
रेलवे की तरफ से टिकट का रिफंड वापस करने की प्रक्रिया 25 मई से शुरू कर दी गई है। इसके बाद से रेलवे स्टेशन से रिफंड लेने आने वालों का सिलसिला जारी है। पिछले 10 दिन में अकेले 30 हजार टिकट चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर की गई हैं। रेलवे स्टेशन पर बुकिंग सिर्फ 10 फीसद लेकिन रिफंड 90 फीसद तक हो रहा है।
नाममात्र बुकिंग, रिफंड के लिए कैश की कमी
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर नाममात्र बुकिंग होने से इसका असर रिफंड राशि देने पर भी पड़ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे के पास रिफंड के लिए राशि की कमी पड़ रही है। रिफंड के लिए राशि अंबाला मंडल से आ रही है।
स्पेशल ट्रेन में जुलाई तक सभी सीटें फुल
रेलवे की तरफ से पहले 30 दिन पहले बुकिंग की अनुमति दी गई थी। अब स्पेशल ट्रेन की बुकिंग 120 दिन पहले करने की सुविधा दी गई है। इस कारण चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से चलने वाली जनशताब्दी, पश्चिम एक्सप्रेस के अलावा अंबाला से चलने वाली सरयू-यमुना एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस और पंजाब मेल में सीटें जुलाई तक फुल हैं। ऐसे मे रेलवे की तरफ से औऱ भी स्पेशल ट्रेन चलाई जा सकती हैं।
अंबाला मंडल के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशन से 3.75 करोड़ रुपए एक सप्ताह के बीच रिफंड किया जा चुका है। वहीं, स्पेशल ट्रेन के बारे में विचार-विमर्श किया जा रहा है। उम्मीद है कि आने वाले समय में और ट्रेन चल सकती है।
-गुरिंदर मोहन सिंह, डिविजनल रेलवे मैनेजर, अंबाला मंडल