पंजाब विधानसभा के मानसून सत्र होगा एक या दो दिन का, फैसला आज कैबिनेट बैठक में संभव
पंजाब विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर पंजाब कैबिनेट की बैठक में आज फैसला होगा। विधानसभा का मानसून सत्र एक या दो दिन का होने की संभावना है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब विधान सभा का मानसून सत्र हरियाणा की तरह ही दो दिन का हो सकता है। सत्र को लेकर अंतिम फैसला आज होने वाली कैबिनेट बैठक में लिया जाएगा। माना जा रहा है कि सत्र 24 व 25 अगस्त को होगा। हालांकि सरकार के पास 31 अगस्त से 1 सितंबर तक का भी विकल्प खुला हुआ है। हरियाणा सरकार ने 26 व 27 जुलाई के विधान सभा सत्र बुलाया हुआ है। कोरोना महामारी को देखते हुए पंजाब सरकार एक साथ विधानसभा सत्र बुलाने के हक में नहीं है ताकि विधान सभा भवन में ज्यादा भीड़ न हो।
इस बार विधान सभा की कार्यवाही देखने के लिए 'मेहमानों' की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। यही नहींं, अफसरों की संख्या को भी कम करने पर विचार किया जा रहा है। इस संबंध में संभवत: स्पीकर राणा केपी सिंह ने पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन से भी बातचीत कर सकते हैं, ताकि शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए अफसर लॉबी में अफसरों की संख्या को भी कम किया जा सके।
इस संबंध में पंजाब के संसदीय कार्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा का कहना है, 3 सितंबर से पहले हमें पंजाब विधान सभा का मानसून सत्र बुलाना ही पड़ेगा। क्योंकि छह माह का समय काल 3 सितंबर को पूरा हो रहा है। विधानसभा की कार्यवाही में छह माह में बुलानी जरूरी है।
विपक्ष के हंगामे को देख एक दिन का सत्र बुलाने पर भी विचार
वहीं, सरकार यह भी विचार कर रही है कि सत्र को एक दिन का कर दिया जाए। दिवंगत आत्माओं को श्रद्धालंजलि देेने के बाद सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया जाए। इससे सरकार को विपक्ष के हंगामे की ङ्क्षचता भी नहीं रहेगी और कोरोना में शारीरिक दूरी की बंदिशें भी नहीं टूटेंगी। हालांकि हरियाणा ने दो दिन का सत्र बुलाया हुआ है। ऐसे में पंजाब सरकार की ङ्क्षचताएं जरूर बढ़ी हुई हैं। ब्रह्म मोहिंद्रा कहते है, सत्र को लेकर अंतिम फैसला कैबिनेट में लिया जाएगा।