मोहाली पुलिस ने शुरू की 'कोविड कंट्रोल' एप, क्वारंटाइन व्यक्ति की हरकतों पर होगी नजर
क्वारंटाइन व्यक्ति को हर एक घंटे में सेल्फी अपलोड करनी होगी और जब वह सेल्फी अपलोड करेगा तो सिस्टम उसकी स्थिति को अपडेट कर देगा।
मोहाली, जेएनएन। कोविड-19 खतरे के मद्देनजर जनतक सेहत व सुरक्षा के सामने पैदा हो रही चुनौतियों का सामना करने के लिए मोहाली पुलिस ने 'कोविड कंट्रोल' एप की शुरुआत की है। यह एप एसएसपी कुलदीप ¨सह चाहल, नोडल ऑफिसर डीएसपी अमरोज सिंह और आइटी सलाहकार अविनाश शर्मा की देखरेख में बनाई गई है। क्वारंटाइन किए लोगों को अपने मोबाइल पर यह एप डाउनलोड करना जरूरी होगा।
इसके साथ सेहत और पुलिस विभाग के लिए दूर संचार सेवा व जीओ फैनसिंग की सहायता के साथ अपने मोबाइल नंबर की स्थिति के साथ क्वारंटाइन किए व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों को ट्रैक करना आसान हो जाएगा। यह नियम अपनाने होंगे हर क्वारंटाइन किया व्यक्ति अपनी क्वारंटाइन की जगह के 500 मीटर के घेरे में रहेगा। क्वारंटाइन व्यक्ति को हर एक घंटे में सेल्फी अपलोड करनी होगी और जब वह सेल्फी अपलोड करेगा तो सिस्टम उसकी स्थिति को अपडेट कर देगा। सिस्टम उनकी क्वारंटाइन की जगह व उस जगह की पहचान करेगा जहां उन्होंने अपनी सेल्फी अपलोड की थी।
उल्लंघना करने पर मिलेगी चेतावनी
अगर कोई क्वारंटाइन व्यक्ति जीओ फैं¨सग की उल्लंघना करता है तो उसका चेतावनी का संदेश मिलेगा और प्रबंधकों को कंट्रोल रूम पर एक संदेश आएगा कि क्वारंटाइन ने जीओ फैं¨सग तोड़ दी है। फोन बंद होने पर तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को अलर्ट कर दिया जाएगा और क्वारंटाइन हुए व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होगी।
आम लोग भी कर सकते है लॉग इन
आम जनता भी इस एप्लीकेशन पर लॉग इन कर सकती है और वह सभी रेड जोन व क्वारंटाइन किए या संक्रमित क्षेत्रों को एंप पर लाइव देख सकेंगे। अगर वह ऐसे संक्रमित क्षेत्र में दाखिल होते है तो उनको नोटीफिकेशन भी मिल जाएगा और उनके नोटीफिकेशन क्षेत्र में अलर्ट भेजा जाएगा। क्वारंटाइन व्यक्तियों की देखरेख व उल्लंघना को विचारने के लिए फेज-8 थाना के नजदीक एक टीम के साथ दिन-रात काम करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर सही जानकारी व समस्या के हल के लिए स्थानीय सांझ टीम, पुलिस टीम व समाज के नुमाइंदों को शामिल करके मामलों को तुरंत हल के लिए पुलिस स्टेशन स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। कोई भी मुद्दा जो समूह के दायरे से बाहर है को जिला स्तर पर हल किया जाएगा।