ऑनलाइन ठगी मारने वाले गिरोह के तीन युवक गिरफ्तार
मोहाली पुलिस ने ओएलएक्स व पेटीएम के जरिए लोगों से पैसे डलवाकर ठगी मारने वाले गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : मोहाली पुलिस ने ओएलएक्स व पेटीएम के जरिए लोगों से पैसे डलवाकर ठगी मारने वाले गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान इस्लाम, तालीम रियाज और अहमद खान तीनों निवासी गांव झील पट्टी जिला भरतपुर राजस्थान के रूप में हुई है। राजस्थान का यह एरिया माओ क्रिमिनल बेल्ट के नाम के साथ जाना जाता है। यह लोग नए-नए ढंग से आम लोगों को बहलाकर अपने जाल में फंसाकर उनकी कमाई लूट लेते थे। ओएलएक्स पर सामान बेचने का देते थे झांसा
पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई है कि यह गिरोह अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ओएलएक्स पर मोबाइल फोन, एक्टिवा, कार, कैमरे, लैपटॉप आदि सस्ते रेट पर बेचने का झांसा देते थे और आम लोगों को भरोसा दिलाते थे। जब लोग उनके झांसे में आ जाते थे तो यह लोग पेटीएम के जरिए पैसे मंगवा लेते थे और बाद में अपना मोबाइल बंद कर लेते थे। शक न होने के लिए फोटोज का करते थे इस्तेमाल
ओएलएक्स पर चीजें बेचने के लिए और खुद पर किसी को शक न हो इसके लिए वह फौज, आर्म्स फोर्स की वर्दी वाली फोटो साथ डाल देते थे। इन फोटोज में ज्यादातर फोटो संजय कुमार, नगिदर यादव व विकास पटेल की होती थी, ताकि उनपर कोई शक न करे और वह लोगों को आराम से अपने झांसे में ले सकें। 8 फोन रिकवर, 23 मामले हल
एसएसपी भुल्लर ने बताया कि उक्त आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद जिले में कुल 23 शिकायतों को हल किया गया है। उक्त आरोपित तीन दिन के पुलिस रिमांड पर चल रहे हैं, जिनकी निशानदेही पर पुलिस अब तक 8 मोबाइल फोन बरामद कर चुकी है। पुलिस का मानना है कि अभी और मामले हल होंगे। साइबर सेल में पहुंची इन शिकायतों के बाद पुलिस ने पहले अज्ञात लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 419, 465, 467, 468, 471, 420, 120बी , 66 डीआइटी एक्ट के तहत थाना ढकौली में मामला दर्ज किया था। एसएसपी की हिदायतें
एसएसपी ने लोगों से अपील की है कि वह अपना ओटीपी, पिन नंबर, कार्ड के खत्म होने की तारीख, सिक्रेट सीवीवी नंबर आदि किसी भी व्यक्ति के साथ सांझा न करें, क्योंकि ऐसा करके वह अपना वित्तिय अधिकार दूसरे के हाथों में सौंप देते हैं। उन्होंने कहा कि एटीएम का इस्तेमाल करते समय सिक्योरिटी गार्ड की मौजूदगी को यकीनी बनाया जाए और अगर सिक्योरिटी गार्ड न हो तो एटीएम का इस्तेमाल न करें। अगर मजबूरी में एटीएम इस्तेमाल करना पड़ जाए तो इस्तेमाल के बाद दूसरी जगह जाकर अपना पिन बदल लें।