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मोहाली निकाय चुनावः मतदाता सूचियों में संशोधन की तारीख खत्म, फिर भी वोटर लिस्ट में हुआ बदलाव, हाईकोर्ट का नोटिस जारी

मोहाली स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर मतदाता सूचियों में संशोधन की समय सीमा खत्म हो चुकी है। बावजूद नयागांव नगर काउंसिल में मतदाता सूचियों में फेरबदल किया गया है। इस मामले में सहजधारी सिख पार्टी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 04:50 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 04:50 PM (IST)
मोहाली निकाय चुनावः मतदाता सूचियों में संशोधन की तारीख खत्म, फिर भी वोटर लिस्ट में हुआ बदलाव, हाईकोर्ट का नोटिस जारी
मतदाता सूची में संशोधन के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है।

मोहाली, [रोहित कुमार]। जिला मोहाली में होने वाले स्थानीय निकाय विभाग चुनाव को लेकर राजनीति पूरी से गरमा गई है। जिले के खरड़ सबडिवीजन के अधीन आते नयागांव नगर काउंसिल में मतदाता सूचियों में संशोधन की समय सीमा समाप्त होने के बावजूद फेरबदल करने का मामला सामने आया है। इसको लेकर सहजधारी सिख पार्टी पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गई है। कोर्ट ने मामले में पंजाब सरकार को 28 जनवरी के लिए नोटिस जारी किया है। वहीं एसडीएम खरड़ से भी मामले में जवाब मांगा गया है।

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पार्टी के यूथ विंग के सूबा संयोजक संदीप सैंडी ने बताया कि ऐसा करना बिल्कुल गलत है। इसलिए पार्टी ने आदलत का दरवाजा खटखटाया है। वहीं अदालत के नोटिस से पहले ही नयागांव के कार्यकारी अधिकारी जगजीत सिंह शाही एक हलफनामा दायर कर दिया है। अदालत ने एसडीएम खरड़ का जवाब हलफिया बयान के रूप में देने के लिए कहा है।

याचिकाकर्ता ने याचिका में कहा कि एसडीएम खरड़ ने वोटर लिस्ट के संशोधन की आखिरी तारीख के बाद कुछ लोगों के राजनीतिक प्रभाव में आकर मतदाता सूची में फेरबदल किया है। जिसकी जांच होनी चाहिए।

ध्यान रहे कि मोहाली में भी वार्डों को रिजर्व करने का मामला भी सुप्रीम कोर्ट में विचारधीन है। इस मामले में भी सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा है जोकि अगले सप्ताह तक दिया जाना है। ये याचिका मोहाली के पूर्व पार्षद सुखदेव सिंह पटवारी और फेज-6 निवासी की ओर से दायर कर रखी है।

उधर चुनाव को लेकर तीन फरवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरू होनी है। अभी तक कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जिस ने सभी उम्मीदवारों के नाम घोषित किए है। चुनाव में उतरी कुछ पार्टियों ने चुनाव का विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि किसान आंदोलन चल रहा है ऐसे में चुनाव नहीं होने चाहिए थे।


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