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Mohali MC Pollsः 2015 का इतिहास दोहरा सकता है नगर निगम, शिअद की ये नीति बिगाड़ेगी समीकरण

मोहाली नगर निगम चुनाव में 2015 का इतिहास दोहराने के आसार बनते नजर आ रहे हैं। चुनाव के दौरान पार्षदों के गुट बनते नजर आने लगे हैं। इसका मुख्य कारण शिरोमणि अकाली दर की अपनी रणनीति है जो इसके लिए जिम्मेदार साबित होगी।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 03:56 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 03:56 PM (IST)
Mohali MC Pollsः 2015 का इतिहास दोहरा सकता है नगर निगम, शिअद की ये नीति बिगाड़ेगी समीकरण
मोहाली नगर निगम चुनाव को लेकर फिर से 2015 के समीकरण बनते नजर आ रहे हैं।

मोहाली, [रोहित कुमार]। मोहाली नगर निगम चुनाव (Mohali Municipal Corporation Polls) में 2015 का इतिहास फिर से दोहरा सकता है। शिरोमणि अकाली दल बादल की ओर से उम्मीदवारों को टिकटें बांटने के लिए गठित की गई कमेटी ने पूर्व मेयर कुलवंत को दरकिनार कर 28 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। अब पूर्व मेयर कुलवंत का कहना है कि उन्हें तो पता ही नहीं कि उम्मीदवारों फाइनल कर दिए गए हैं। 

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ध्यान रहे कि शिअद की ओर से टिकटों के आंवटन के लिए आनंदपुर साहिब से पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी में चरणजीत बराड़, कमलजीत सिंह रूबी, डेराबस्सी से विधायक एनके शर्मा और पूर्व मेयर कुलवंत सिंह सदस्य हैं। शिअद ने उम्मीदवारों की जो पहली सूची तैयार की है उसमें कुलवंत को पूछा तक नहीं गया।

साल 2015 के चुनाव में हुआ था ये सब

2015 में भी निगम चुनाव के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया को उम्मीदवारों को टिकटों के आंवटन कमेटी की कमान सौंपी गई थी। जिसमें पूर्व मेयर कुलवंत को दरकिनार किया गया था। इसके बाद पूर्व मेयर शिअद से अलग होकर एक आजाद ग्रुप बनाया था। इस आजाद ग्रुप के 11 पार्षद जीते थे। कुलवंत ने कांग्रेस के साथ समझौता कर मेयर की कुर्सी हासिल कर ली थी। हालांकि बाद में कुलवंत सिंह फिर से शिअद में शामिल हो गए थे। इस बार जिस तरह से टिकटों का आंवटन हो रहा है, उससे लगता है कि आने वाले दिनों में अकाली दल फिर से दो फाड़ हो सकता है।

पूर्व मेयर कुलवंत के हक में पार्षद

वहीं सोमवार को कुछ पूर्व पार्षदों ने मेयर कुलवंत सिंह के हक में आवाज बुंलद की। जिसमें लोगों से सहयोग की अपील की गई। पूर्व पार्षदों ने कुलवंत को ईमानदार नेता बनाया। पूर्व पार्षदों ने जहां तक कह दिया कि वे कुलवंत के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ना चाहते हैं। अकालियों ने कहा कि मोहाली में इस समय माफिया राज है। मोहाली विधानसभा हलके से सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू अपने भाई को मेयर बनाना चाहते हैं। वार्डबंदी ऐसे की गई कि लोग व दोस्त आपस में लड़े। लेकिन हम मेयर कुलवंत सिंह के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे। इस बैठक में वे पूर्व पार्षद भी शामिल हुए जिन का नाम शिअद की पहली लिस्ट में आया है।


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