विधायक एनके शर्मा का आरोप, 'पहले गलत वार्डबंदी, फिर वोटें काटी अब पोलिंग बूथ बदल रही कांग्रेस'
मोहाली में विधायक एनके शर्मा ने एक प्रैस कांफ्रेंस में अहम खुलासा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार इतनी गंदी राजनीति पर उतर आई है कि वह नहीं चाहती कि नगर कौंसिल चुनावों में लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
जीरकपुर (मोहाली), जेएनएन। नगर कौंसिल चुनाव को लेकर जहां बाजार सरगर्म है। वहीं, कांग्रेस सरकार पर लगातार चुनावी रणनीति को लेकर धक्केशाही करने के आरोप लगते आ रहे हैं। कभी वार्डबंदी को लेकर तो कभी वोट काटने को लेकर कांग्रेस पार्टी के हलका इंचार्ज दीपइंदर ढिल्लों विवादों से घिरते रहे हैं, लेकिन विधायक एनके शर्मा ने सोमवार को एक प्रैस कांफ्रेंस में अहम खुलासा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार इतनी गंदी राजनीति पर उतर आई है कि वह नहीं चाहती कि नगर कौंसिल चुनावों में लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
इसलिए अब कांग्रेस के हलका इंचार्ज ढिल्लों ने एसडीएम को अपने भरोसे में लेकर वार्ड वाइस लगने वाले पोलिंग बूथों को ही बदल दिया है। जिस वार्ड में एमपी, एमएलए व एमसी चुनावों में पहले भी पोलिंग बूथ बनते आए हैं, उसे इस बार के नगर कौंसिल चुनावों में बदल दिया गया है। अपनी सरकार की छत्रछाया में धक्केशाही करते हुए कांग्रेस ने एसडीएम को कहकर कई वार्ड के पोलिंग बूथ तीन से चार किलोमीटर दूर करवा दिए हैं, ताकि चुनाव के दौरान मतदान कम हो और उनकी पार्टी इसका फायदा उठा सके।
विधायक एनके शर्मा ने आरोप लगाया कि ज्यादातर उन वार्डों के पोलिंग बूथों को बदला गया है, जहां अकाली की वोटें ज्यादा थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की इस धक्केशाही का खामियाजा नगर कौंसिल के प्रापर्टी टैक्स डिपार्टमेंट में तैनात क्लर्क सुभाष शर्मा को भुगतना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि जब पोलिंग बूथों को वार्ड से दूर बनाने के लिए तैयार हुई रिपोर्ट पर सुभाष शर्मा ने मंजूरी न देते हुए उस पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया तो नगर कौंसिल के ईओ संदीप तिवाड़ी ने उससे जबरदस्ती इस्तीफा मांग लिया।
इस गंदी राजनीति की भेंट एक ऐसे ईमानदार कर्मचारी को चढ़ना पड़ा, जिसके कार्यकाल में जीरकपुर नगर कौंसिल का प्रापर्टी टैक्स पंजाब में नंबर-1 रहा है। इस मौके वार्ड नंबर-21 की स्काई नैट एन्क्लेव के कुलवंत सिंह कंग ने कहा कि उनकी वोट को साजिशन काटकर वार्ड नंबर –23 में कर दिया गया है। जबकि वह वार्ड नंबर-20 के निवासी है।
इलेक्शन का काम कब से चल रहा है, वह पिछले एक माह से छुट्टी पर है। उसे इलेक्शन का काम क्यों दिया जाएगा। उसने खुद दो तीन एप्लीकेशन दी है कि मैं अपनी मर्जी से रिजाइन करना चाहता हूं। मैं अपनी मर्जी से सैलरी जमा करवा रहा हूं। उससे कोई जबरदस्ती नहीं की गई है। इलेक्शन में ड्यूटी आरओ की है, हमारी तो ड्यूटी लगनी ही नहीं।
संदीप तिवाड़ी, ईओ नगर कौंसिल
मामला मेरे ध्यान में नहीं है कि किसी से जबरदस्ती रिजाइन लिया गया है। मैं अभी पता करवाता हूं।
कुलदीप बावा, एसडीएम, डेराबस्सी