सरकारें इन दस टिप्स पर गौर करें तो धुंध में रुक सकते हैं हादसे
पंजाब के ट्रैफिक एडवाइजर नवदीप असीजा ने धुंध में हादसों को रोकने के लिए एडवाइजरी दी है। हाई कोर्ट ने हरियाणा व चंडीगढ़ को भी इस एडवाइजरी पर विचार करने को कहा है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में धुंध के कारण होने वाले हादसों की बड़ी संख्या को देखते हुए पंजाब के ट्रैफिक एडवाइजर नवदीप असीजा की एडवाइजरी पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा और चंडीगढ़ को विचार करने के निर्देश दिए हैं। असीजा ने 10 मुद्दों को लेकर चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी पंजाब को एडवाइजरी जारी की थी।
एडवाइजरी के बारे में जब हाईकोर्ट को अवगत करवाया गया तो हाईकोर्ट ने इस पर हरियाणा और चंडीगढ़ को भी विचार कर जवाब दाखिल करने के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट ने कहा कि धुंध के कारण होने वाले हादसे एक ही प्रकार के होते हैं, ऐसे में यह एडवाइजरी हरियाणा और चंडीगढ़ के लिए भी लाभकारी हो सकती है।
पंजाब के ट्रैफिक एडवाइजर ने सुझाए 10 बिंदु
-सड़क किनारे बढ़े खरपतवार को साफ किया जाए और इसके लिए मनरेगा मजदूरों की सहायता ली जानी चाहिए।
-सड़कों पर खराब ट्रैफिक लाइटों के स्थान पर एलईडी लाइटें लगवानी चाहिए ताकि ये धुंध में ज्यादा नजर आएं।
-एंबुलेंस पर रिफ्लेक्टर लगाना सुनिश्चित किया जाए
- सेफ स्कूल वाहन पॉलिसी की पालना की जाए। विभिन्न विभाग मिलकर धुंध के समय स्कूली बच्चों को ले जाने वाले वाहनों की जांच करें।
-हाईवे पर बिखरी निर्माण सामग्री को हटाने को लेकर संजीदगी बरती जाए और ऐसा होने पर कांट्रेक्टर्स पर जुर्माना लगाया जाए।
-ट्रैफिक बैरिकेड््स पर फ्लैश लाइटें लगाई जाएं।
- नेशनल हाईवे पर अवैध पार्किंग को रोका जाए।
-सरकार बड़े मेले और रैलियों का आयोजन धुंध के बीच न करे। ऐसा करने से हादसे बढ़ते हैं।
-भूसा व गन्ने से ओवर लोडिड ट्रैक्टर और ट्रालियों व अन्य वाहनों पर सख्ती बरती जाए। इन पर लोडिंग के दौरान ओरिजनल साइज से ज्यादा चौड़ाई व ऊंचाई नहीं होनी चाहिए।
-दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान की जानी चाहिए और इन स्थानों के नजदीक पुलिस की तैनाती की जानी चाहिए। साथ ही एमरजेंसी वाहनों को भी इन स्थानों के नजदीक रखा जाना चाहिए।
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