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सीएम कैप्टन अमरिंदर का एलान, पंजाब में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में स्थापित होगी मिल्‍खा सिंह चेयर ,

पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि राज्‍य के स्‍पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में फ्लाइंग सिख मिल्‍खा सिंह के नाम पर चेयर स्‍थापित की जाएगी। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि मिल्‍खा सिंह युवाओं को हमेशा प्रेरणा देता रहेंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 09:11 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 09:11 PM (IST)
सीएम कैप्टन अमरिंदर का एलान,  पंजाब में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में स्थापित होगी मिल्‍खा सिंह चेयर ,
फ्लाइंग सिख मिल्‍खा सिंह की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, जेएनएन। महान धावक फ्लाइंग सिख मिल्‍खा सिंह की याद में पंजाब के पटियाला स्थित स्‍पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में चेयर की स्‍थापना की जाएगी। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यहां शनिवार को यह एलान किया। उन्‍होंने कहा कि महान एथलीट की याद में स्पोर्टस यूनिवर्सिटी में मखा सिंह चेयर स्थापित की जाएगी। मिल्‍खा सिंह की शुक्रवार देर रात पोस्‍ट कोविड के कारण निधन हो गया था।

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मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंरने फ्लाइंग सिख के चंडीगढ़ स्थित आवास पर जाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार यह यकीनी बनाएगी कि मिल्‍खा सिंह की यादें सदा के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करती रहें। कैप्‍टन अमरिंदर ने इससे पहले सम्मान के तौर पर पद्मश्री मिल्‍खा सिंह का अंतिम संस्कार सरकारी सम्मान के साथ करने और पंजाब में एक दिन की छुट्टी का एलान किया था। 

चंडीगढ़ में फ्लाइंग सिख मिल्‍खा सिंह काे श्रद्धांजलि अर्पित करते पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह।

कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा कि महान भारतीय खिलाड़ी की शानदार विरासत हमेशा ही लोगों के दिलों में बसी रहेगी। उन्होंने कहा कि फ्लाइंग सिख मिल्‍खा सिंह के चले जाने से समूचे देश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है और हम सभी के लिए यह बहुत ही दुखद पल हैं।

कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि मिल्‍खा सिंह ने साल 1960 में पाकिस्तानी चैंपियन अब्दुल खालिक को जब लाहौर में हराया था तो तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रीय छुट्टी घोषित किया था। मुख्यमंत्री इसे याद कर भावुक हो गए। उन्‍होंने कहा कि काश वह भी आज राष्ट्रीय छुट्टी का एलान कर सकते। उन्होंने कहा कि पंजाब में महान हस्ती के चले जाने के शोक में झंडा आधा झुका रहेगा और राज्य में छुट्टी रहेगी।

पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि साल 1960 में लाहौर में जीत हासिल करना मिल्‍खा सिंह के लिए स्मरणीय अवसर था जिन्होंने भारत के विभाजन के समय पाकिस्तान में अपना परिवार खो दिया था। इस जीत के बाद पाकिस्तान के तत्‍कालीन राष्ट्रपति जनरल आयूब ख़ान ने मिल्‍खा सिंह को ‘फ्लाइंग सिख’ का नाम दिया था।


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