पंजाबी गायक गुरदास मान की नसीहत, सेना के जवानों से सीखें दो यह चीजें
गुरदास मान ने कहा कि हमें दो चीजें हमेशा आर्मी वालों से सीखनी चाहिए। पहली तो अनुशासन में रहना और दूसरा सेहत को लेकर जागरूक रहना।
जेएनएन, चंडीगढ़। भारतीय फौज के लिए प्रस्तुति देने आया हूं, ऐसे में मुझे एक ही गाना याद आता है, सरबंस दानिया वे.... सच में भारतीय सेना का कोई जवाब नहीं। वो सरहद पर हैं, तो हम यहां चैन से रह सकते हैं। गुरदास मान ने लेजर वैली-10 में मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल के पहले दिन अपनी प्रस्तुति दी, तो कुछ इस अंदाज में उन्होंने भारतीय सेना का सम्मान किया। अपने चिरपरिचित अंदाज में उन्होंने अपनी प्रस्तुति श्री ब्रह्मा विष्णु महेश से की। इसके बाद उन्होंने छल्ला, जुगणी आदी गीत प्रस्तुत किए।
आर्मी से अनुशासन और सेहत बनाना सीखो
गुरदास मान ने प्रस्तुति के दौरान भारतीय फौज की तारीफ करते हुए कहा कि, हमें दो चीजें हमेशा आर्मी वालों से सीखनी चाहिए। पहली तो अनुशासन में रहना और दूसरा सेहत को लेकर जागरूक रहना। दोनों ही क्षेत्रों में इनका कोई जवाब नहीं।
ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी को भी किया याद
गुरदास मान ने प्रस्तुति के दौरान, ब्रिगेडियर कुलदीप सिहं चांदपुरी को याद करते हुए कहा कि बॉर्डर फिल्म देखने के अलावा मैं खुद भी उनसे मिला था। पंजाब के शेर का जाना बहुत दुखद रहा। इसके बाद गुरदास ने छल्ला गीत गाया।