मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल के लिए स्टेज तैयार, बहादुरी की मिसाल कायम करने वालों से होगा सीधा संवाद
देश के लिए बहादुरी की मिसाल कायम करने वाले बहादुर सैनिकों की बहादुरी के बारे में जानने को तैयार हो जाइए।
डॉ. सुमित सिंह श्योराण , चंडीगढ़
देश के लिए बहादुरी की मिसाल कायम करने वाले बहादुर सैनिकों से मिलने को तैयार हो जाएं। एक दो नहीं पूरे 28 बहादुरों से एक ही स्टेज से संवाद करने का मौका मिलेगा। जी हां चंडीगढ़ में 13 से 15 दिसंबर तक आयोजित होने तीसरे मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सैनिकों के इस सबसे बड़े महाकुंभ में एक तरफ देश के वीरों की बहादुरी से जुड़ी कहानी सूनने को मिलेगी, तो दूसरी तरफ पाकिस्तान और चीन के साथ हुई जंग की यादों को ताजा करने का मौका मिलेगा। इस खास फेस्टिवल में 1999 के कारिगल युद्द से लेकर बालाकोट की सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े अफसरों और सैनिकों से भी मिलने का मौका मिलेगा। चंडीगढ़ के सेक्टर-1 स्थित सुखना लेक पर होने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश की आर्मी से जुड़ी मौजूदा और रिटायर्ड सभी बड़ी हस्तियां शामिल होंगी। देश के युवाओं में देशप्रेम का जज्बा भरने के लिए आयोजित मिलिट्री फेस्टिवल का आयोजन पंजाब सरकार, चंडीगढ़ प्रशासन और वेस्टर्न कमांड के सहयोग से किया जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नहीं राज्यपाल बदनौर करेंगे शुरुआत
मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल के उद्घाटन मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को आना था, लेकिन अब पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर मुख्य अतिथि होंगे। इस आयोजन में कारगिल जीत के सूत्रधार रिटायर्ड जनरल वीपी मलिक, नौसेना से पूर्व रिटायर्ड एडमिरल सुनील लांबा, एयरफोर्स से पूर्व रिटायर्ड चीफ मार्शल बीएस धनोआ , रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह ,पंजाब सीएम के सीनियर एडवाइजर रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल टीएस शेरगिल सहित फौज से जुड़ी कई नामी हस्तियां शिरकत करेंगी। फेस्टिवल में प्रोफेसर पुष्पेश पंत, विवेक काटजू, मेजर जनरल जीजी द्विवेदी, लेफ्टिनेंट जनरल जीएस चीमा, सांसद मनीष तिवारी, लेखक सर मार्क तुली, पत्रकार रवीश कुमार, रितू सरीन,गीता भट्ट जैसी हस्तियां विभिन्न डिबेट में हिस्सा लेंगी। बहादुरों पर तैयार 38 फिल्में दिखाई जाएंगी
फेस्टिवल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर कैप्टन अमरजीत भट्टल ने बताया कि फेस्टिवल का उदेश्य ही युवाओं को देश की आर्मी के इतिहास के बारे में जानकारी देना है। फेस्ट में पाकिस्तान और चीन से जंग में बहादुरी से लड़ने वाले सैनिकों पर बनी 38 शार्ट फिल्मों को दिखाया जाएगा। लेक क्लब में 200 से अधिक स्टूडेंट्स के लिए खास फिल्म थियेटर तैयार किया गया है। दो शार्ट फिल्मों में महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी है।बच्चों के लिए ही खास संवाद कार्यक्रम में 2 परमवीर चक्र विजेता कैप्टन बाना सिंह और सुबेदार मेजर योगेंद्र सिंह यादव भी शिरकत करेंगे। 8 वीरचक्र विजेता भी फेस्टिवल की शोभा बढ़ेंगे। चंडीगढ़ डीएवी कॉलेज के पूर्व स्टूडेंट रहे परमवीर चक्र विजेता शहीद विक्रम बत्रा पर बनी रही फिल्म के हीरो सिद्धर्थ मल्होत्रा और रोडीज रणविजय के भी फेस्टिवल में आने की उम्मीद है। पांच हजार फीट की ऊंचाई से लेफ्टिनेंट कर्नल सतेंद्र वर्मा उतरेंगे सुखना लेक पर
मेजर आरएस विर्क ने बताया कि फेस्टिवल में लेफ्टिनेंट कर्नल सतेंद्र वर्मा का 5 हजार फीट ऊंचाई से सुखना लेक में उतरना आकर्षण का केंद्र रहेगा। वर्मा प्रोफेसनल स्काई डाइवर हैं। बच्चों के लिए फौज से जुड़े हथियार के अलावा विभिन्न राज्यों के खास पकवान भी मिलेंगे। फेस्ट में पीजीआइ के सहयोग से अंगदान और कैंसर से बचाव के बारे में जागरुकता कैंप भी लगाया जाएगा। 42 विटेज कारों का काफिला भी आकर्षण का केंद्र होगा। फेस्ट में हर रोज 20 से 25 हजार लोगों के आने की उम्मीद है। फौज से जुड़े बहादुरों को करीब से जानने के लिए यह सबसे बेहतर मंच है। देशभर में तीनों सेनाओं से जुड़ा अपनी तरह का यह सबसे खास आयोजन है। फेस्टिवल में आर्मी के साथ ही साहित्य, फूड फेस्टिवल और संवाद जैसे कार्यक्रम आयोजन किए जाएंगे। फेस्टिवल में एंट्री बिल्कुल फ्री है। पेरेंट्स फेस्टिवल में बच्चों को जरुर लेकर आएं। युवाओं को मोटिवेट करने की दिशा में पंजाब सरकार और आर्मी का ज्वाइंट प्रोग्राम है।
- मेजर आरएस विर्क, कोआर्डिनेटर मिलिट्री लिटरेचर फेस्ट चंडीगढ़।