Punjab University: आर्थिक घाटे से उबारने के लिए पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों संग हुई बैठक; नहीं बनी बात
पंजाब यूनिवर्सिटी को आर्थिक घाटे से उबारने के लिए आयोजित की गई प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित की बैठक असफल रही है। बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बुलाया गया था। अब 5 जून को दोबारा से बैठक करने का निर्णय लिया गया है।
चंडीगढ़, जागरण संवाददाता: पंजाब यूनिवर्सिटी को आर्थिक घाटे से उबारने के लिए आयोजित की गई प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित की बैठक असफल रही है। बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बुलाया गया था। बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री ने हरियाणा को मान्यता देने से इनकार कर दिया है जबकि हरियाणा, पंजाब यूनिवर्सिटी के कुल खर्च का 40% अनुदान देने के साथ अपने कॉलेजों को मान्यता दिलाने के लिए तैयार था। बैठक बेनतीजा रही है। करीब 15 मिनट की बैठक के बाद 5 जून को दोबारा से बैठक करने का निर्णय लिया गया है।
आर्थिक घाटे के चलते नहीं हो रही भर्ती
पंजाब यूनिवर्सिटी में लंबे समय से आर्थिक घाटा चल रहा है। आर्थिक घाटे के चलते पंजाब यूनिवर्सिटी तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती से लेकर विद्यार्थियों के लिए नए हॉस्टल और लैब को अपग्रेड करने जैसी सुविधाएं नहीं दे पा रहा है।
पंजाब यूनिवर्सिटी अपनी आर्थिक हालत खराब होने का ब्यौरा 27 मई को आयोजित हुई प्रशासक की बैठक में दिया था। वहीं 23 मई को प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित पंजाब यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती को लेकर बैठक आयोजित की बैठक में चंडीगढ़ और पंजाब के कॉलेजों को अलग-अलग नियमों के तहत करने पर सहमति बनी थी जिसे 29 मई को भी मंजूरी मिल चुकी है।