चंडीगढ़ के युवा बॉक्सिंग में दिखा रहे कमाल, जीत के लिए बहा रहे पसीना
बॉक्सिंग रिंग में चंडीगढ़ के उभरते बॉक्सर का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। नेशनल लेवल की बॉक्सिंग चैंपियनशिप में शहर के युवा बॉक्सर ने खूब मेडल जीते हैं।
चंडीगढ़, [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। बॉक्सिंग रिंग में चंडीगढ़ के उभरते बॉक्सर का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। नेशनल लेवल की बॉक्सिंग चैंपियनशिप में शहर के युवा बॉक्सर ने खूब मेडल जीते हैं। इनमें से कई ने तो पहले ही टूर्नामेंट में जीत हासिल की है। हरियाणा के गोहाना (सोनीपत) में आयोजित हरियाणा कप नेशनल बॉ¨क्सग चैंपियनशिप में चंडीगढ़ के 11 बॉक्सर ने जीत हासिल की है। टूर्नामेंट में देश भर से 300 से अधिक बॉक्सर ने हिस्सा लिया। इन बॉक्सरों ने अब नेशनल और इंटरनेशनल लेवल की प्रतियोगिताओं में मेडल की उम्मीद जगाई है। प्रतियोगिता के अंडर-12, 14 और अंडर-17 में शहर के बॉक्सर ने हिस्सा लिया। नयागांव स्थित द बॉक्सिंग क्लब के बॉक्सर ने प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। अंडर-17 में राहुल ने गोल्ड, रविंद्र ने सिल्वर और अंडर-14 में विख्यात ने सिल्वर मेडल हासिल किया है।अंडर-12 में सूरज, अमनदीप और रोहित ने भी सिल्वर मेडल हासिल किया है।
जीत के लिए कड़ी ट्रेनिंग
नयागांव में बॉ¨क्सग की ट्रेनिंग ले रहे ये बॉक्सर बीते एक साल से कड़ी प्रेक्टिस कर रहे हैं। यहां पर 25 लड़के और 10 लड़कियां बॉक्सिंग की ट्रेनिंग लेते हैं। सुबह और शाम 3 से 4 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद ही खिलाड़ियों ने मेडल हासिल किया है। खुद प्रोफेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीत चुके बॉक्सर रवि ने बताया कि अब लड़कियां भी बॉ¨क्सग में आ रही हैं। पेरेंट्स भी बेटियों को बॉक्सिंग में करियर बनाने का मौका दे रहे हैं।
रजत कटारिया ने जीते दो गोल्ड
बॉक्सिंग को लेकर रजत में कमाल का जुनून है। साल भर पहले बॉक्सिंग रिंग में उतरने वाले रजत ने अभी तक विभन्न चैंपियनशिप में गोल्ड सहित तीन मेडल जीते हैं। सेंचुरी स्कूल में 9वीं के छात्र रजत का कहना है कि वह देश के लिए इंटरनेशनल लेवल पर मेडल जीतना चाहता है। पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। खेल के प्रति ऐसा जज्बा सुबह पांच बजे से पहले प्रैक्टिस के लिए पहुंच जाते हैं। रजट ने नार्थ इंडिया चैंपियनशिप में गोल्ड के अलावा सब जूनियर नेशनल में ब्रांज और हाल ही में हुए हरियाणा कप नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड जीता है।
विख्यात के मुक्कों में है दम
अंडर-14 कैटेगरी के बॉक्सर विख्यात ने केवल छह महीने के ट्रेनिंग में ही मेडल जीत लिया। हरियाणा कप नेशनल बॉ¨क्सग चैंपियनशिप में विख्यात ने अपनी कैटेगरी में सिल्वर मेडल हासिल किया है। सेंट स्टीफन तोगा के स्टूडेंट विख्यात की तकनीक और हेड मूवमेंट बहुत ही शानदार है। कोच रवि का कहना है कि विख्यात रिंग के अंदर और बाहर खूब मेहनत कर रहे हैं।
रिंग में अच्छे कद का मिला रविंद्र को फायदा
बॉक्सिंग में किसी भी खिलाड़ी की हाइट जीत में अहम होती है। अंडर-17 कैटेगरी में खेलते हुए रविंदर ने सिल्वर मेडल जीता है। रिंग में इनके पंच का विरोधी बॉक्सर के पास कोई जवाब नहीं होता। रविंद्र सेंचुरी पब्लिक स्कूल नयागांव में 9वीं क्लास के स्टूडेंट हैं। बीते 7-8 महीने पहले ही इन्होंने बॉ¨क्सग की कोचिंग लेनी शुरू की है। रविंद्र कहते हैं कि कड़ी प्रेक्टिस से ही उन्हें जीत हासिल हुई। उन्होंने कहा कि वह कभी प्रेक्टिस मिस नहीं करते। बॉ¨क्सग सीखना और खेलना एक जुनून है।
युवा कर रहे बेहतर प्रदर्शन: वत्स
बॉक्सिंग कोच रवि वत्स कहते हैं कि मैं खुद एक प्रोफेशनल बॉक्सर हूं। कुछ बच्चों की दिलचस्पी को देखकर मैन बॉक्सिंग सीखना शुरू किया। इन बच्चों को सिखाते हुए मेरी भी अच्छी प्रेक्टिस हो जाती है। इन युवा बॉक्सर में से कुछ लाजवाब प्रदर्शन कर रहे हैं, जो नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर देश के लिए जरूर मेडल लाएंगे।