Move to Jagran APP

एनक्रोचमेंट को एमसी की हरी झंडी, पैसे दो-बरामदों में सजा लो टेबल

नगर निगम अब अतिक्रमण को भी शुल्क लेकर रेगुलर कर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 08:18 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2020 06:13 AM (IST)
एनक्रोचमेंट को एमसी की हरी झंडी, पैसे दो-बरामदों में सजा लो टेबल
एनक्रोचमेंट को एमसी की हरी झंडी, पैसे दो-बरामदों में सजा लो टेबल

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़ : नगर निगम अब अतिक्रमण को भी शुल्क लेकर रेगुलर कर रहा है। ढाबा, रेस्तरां और इटिग ज्वाइंट्स के बाहर बरामदे और लोगों के पैदल चलने की जगह पर जहां पर टेबल कुर्सियां लगाने को अवैध कब्जा माना जाता था। वीरवार को हुई नगर निगम की सदन की बैठक ने इस पर फीस तय करके इसे रेगुलर कर दिया है। अब ऐसे खाने-पीने और फास्ट फूड का काम करने वाले दुकानदार नगर निगम को हर माह शुल्क अदा करके टेबल और कुर्सियों पर ग्राहकों को बैठाकर सर्विस कर पाएंगे। नगर निगम की वित्तीय हालत खस्ता होने के कारण ऐसा प्रस्ताव पास किया गया है, ताकि फंड इकट्ठा हो सके। शहर में इस समय 500 से ज्यादा ऐसे इटिग ज्वाइंट्स और ढाबे हैं, जोकि अपनी दुकानों के बाहर टेबल कुर्सी लगाकर ग्राहकों को खाना खिलाते हैं। जबकि अभी तक नगर निगम ऐसे दुकानदारों का सामान जब्त कर लेता था और दो हजार रुपये का जुर्माना लेकर सामान रिलीज किया जाता था। नगर निगम की आय के साधन बढ़ाने के लिए जो मेयर राजबाला मलिक ने कमेटी बनाई थी, उसके सुझाव पर ही सदन में यह प्रस्ताव लाया गया। पिछले साल नगर निगम ने सिर्फ रात को ऐसे दुकानदारों को टेबल कुर्सी लगाने की मंजूरी दी थी, लेकिन इस फैसले को प्रभावशाली तरीके से लागू नहीं किया गया था। सिर्फ 80 ऐसे दुकानदारों ने नगर निगम से मंजूरी ली थी। लेकिन अब नगर निगम ने दोपहर को भी इसकी मंजूरी दे दी है। लेकिन नगर निगम यह तय नहीं किया है कि दुकान के बाहर कितनी जगह पर कुर्सियां और टेबल लगाए जा सकते हैं। सदन में कुछ पार्षदों ने यह कहा कि रात और दिन की मंजूरी अलग-अलग की जाए, क्योंकि कुछ रेस्तरां और ढाबे वाले सिर्फ रात या दोपहर को ही काम करते हैं। लेकिन इस पर निर्णय नहीं हो सका। सर्वे का काम भी करेंगे कर्मचारी

loksabha election banner

यह निर्णय लिया गया कि शुल्क लेकर दुकानदार दिन और रात दोनों को ही टेबल और कुर्सियां दुकान के बाहर लगा सकता है। सदन ने यह भी निर्णय लिया गया कि नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारी ऐसे ढाबा, रेस्तरां और इटिग ज्वाइंट्स का सर्वे करेंगे, ताकि उन्हें जाकर मंजूरी लेने के लिए कहा जाए। इस प्रस्ताव के पास होने से ऐसे बड़े ढाबा और रेस्तरां वालों की मौज लग गई है, जिनके पास हमेशा ही खाने वालों की भीड़ रहती है। यह समय किया है तय, जहां लगाए जा सकते हैं टेबल और कुर्सियां

-दोपहर 12.20 से 3.30 बजे

-रात सात से 10 बजे तक रात को लगेगी कर्मियों की ड्यूटी

यह भी प्रस्ताव पास किया गया है कि अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारियों की ड्यूटी रात में भी लगाई जाएगी, जोकि समय सीमा के बाद टेबल और कुर्सियां लगाने वालों पर कार्रवाई करेगा। सर्वे के लिए हर सब इंस्पेक्टर को एक कैमरामैन भी उपलब्ध करवाया जाएगा। यह शुल्क प्रति माह चार्ज करके टेबल कुर्सी लगाने की मिलेगी मंजूरी

कैटेगरी शुल्क (रुपये)

-डे मार्केट 3000

-बूथ 4500

-बे शॉप 5000

-शोरूम 10500

-लेकिन कार्नर शॉप के रेट होंगे ज्यादा क्योंकि ऐसी दुकानों के पास अतिक्रमण करने के लिए ज्यादा जगह खाली होती है -बूथ 6000

-बे-शॉप 10000

-शोरूम 14000


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.