शहर में मेट्रो चलेगी या मोनो रेल, इस दिन हो जाएगा फैसला
23 मई को सिर्फ चंडीगढ़ को नया सांसद ही नहीं मिलेगा बल्कि यह भी तय हो जाएगा कि शहर में मेट्रो चलेगी या मोनो रेल।
चंडीगढ़, राजेश ढल्ल। 23 मई को सिर्फ चंडीगढ़ को नया सांसद ही नहीं मिलेगा, बल्कि यह भी तय हो जाएगा कि शहर में मेट्रो चलेगी या मोनो रेल। शहर की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था और जाम से निजात दिलवाने के लिए भाजपा की उम्मीदवार सांसद किरण खेर ने शहर में मोनो रेल लाने का दावा किया था, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार पवन बंसल ने मेट्रो प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने का। जबकि खेर मेट्रो और बंसल मोनो रेल के सख्त खिलाफ हैं। दोनों उम्मीदवारों ने अपने घोषणा पत्र में इस अहम प्रोजेक्ट को शामिल करने का दावा भी किया है। जबकि आप के हरमोहन धवन ने मिनी आधुनिक बसें चलाकर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने का दावा किया था।
भाजपा की उम्मीदवार किरण खेर का मानना है कि मोनो रेल का प्रोजेक्ट मेट्रो से महंगा है और इसके लिए शहर की अंडरग्राउंड खुदाई करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साल 2007 को मेट्रो प्रोजेक्ट की प्लानिंग बननी शुरू हो गई थी, लेकिन पवन बंसल ने 2014 तक इस पर कुछ नहीं किया और चुनाव में उन्हें इस प्रोजेक्ट की याद आ गई। दोनों दलों की जीत और हार से भी पता चल जाएगा कि शहरवासियों ने मेट्रो के पक्ष में मतदान किया है या फिर मोनो रेल के।
मोनो रेल खराब कर देगी शहर का स्वरूप : बंसल
कांग्रेस के उम्मीदवार पवन बंसल का कहना है कि मोनो रेल सड़क से ऊपर चलेगी, जिससे शहर का स्वरूप खराब हो जाएगा। ऐसे में शहर के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट ही सही है। उनका कहना है कि यह प्रोजेक्ट चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि पंचकूला और मोहाली जिले के लोगों के लिए भी मददगार होगा, क्योंकि इस समय प्रतिदन डेढ़ लाख गाड़ियां प्रतिदिन इन जगहों से शहर में आती हैं। जिसमें बद्दी और परवाणू के लोग भी शामिल हैं। देखा गया है कि जहां पर मेट्रो आ जाती है, वहां पर फ्लाईओवर की जरूरत नहीं होती है। इसलिए वे शुरू से ही मेट्रो प्रोजेक्ट शहर में लाने के काम कर रहे थे, जिनको पिछले पांच साल में सांसद किरण खेर ने ठप कर दिया था। अधिकतर काम दोनों के घोषणापत्र में एक समान कांग्रेस और भाजपा की ओर से जो घोषणापत्र शामिल किया गया है, दोनों ही उम्मीदवारों ने एक समान ही काम करने के दावे किए हैं। दोनों ने शहर में डंपिंग ग्राउंड के कचरे को साफ करने और 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने का दावा किया है। दोनों ने हाउसिंग इंप्लाइज स्कीम के फ्लैट्स की कीमतों को कम करने और हाउसिंग बोर्ड के मकानों में की गई वॉयलेशन को वन टाइम राहत देने का दावा किया हुआ है। पंजाबी को सरकारी भाषा के तौर पर लागू करने का दावा किया हुआ है।
अब भी दोनों दल अपने दावों पर अडिग
कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा का कहना है कि चुनाव के दौरान जो-जो वायदे किए गए हैं, वे जीतने के बाद पूरे करवाएं जाएंगे। मेट्रो ही इस शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को निदान है। जिस पर काम किया जाएगा। भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन का कहना है कि चंडीगढ़ सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज कर ली है। जीतने के बाद पार्टी की ओर से जो चुनाव में घोषणापत्र जारी किया गया था, उसमें शामिल हर वायदे को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप