मास्टर एथलीट नीरू कक्कड़ ने मैराथन में इस साल जीता 7वां मेडल Chandigarh News
नीरू कक्कड़ ने पिछले साल मलेशिया के पेनांग में आयोजित एशिया पेसिफिक मास्टर गेम्स में चार मेडल जीतकर शहर का मान बढ़ाया था।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर की इंटरनेशनल एथलीट नीरू कक्कड़ ने इसी महीने में दूसरी हॉफ मैराथन में मेडल जीता है। 45 साल की नीरू कक्कड़ ने एक सितंबर को लुधियाना में आयोजित हॉफ मैराथन में दूसरा स्थान हासिल किया था। वहीं रविवार को शहर में आयोजित टफमैन चंडीगढ़ हॉफ मैराथन में नीरू ने दूसरा स्थान हासिल किया। 2019 में नीरू कक्कड़ ने अब तक 9 मैराथन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, जिसमें से उन्होंने 7 में मेडल जीते हैं। गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल सेक्टर-16 की नर्सिंग ऑफिसर नीरू अभी तक चार इंटरनेशनल मेडल के साथ 60 से ज्यादा मेडल जीत चुकी हैं।
नीरू कक्कड़ ने बताया कि वह कॉलेज टाइम में पंजाबी यूनिवर्सिटी की तरफ से इंटर यूनिवर्सिटी खेल चुकी हैं। इसके बाद वह नौकरी में व्यस्त हो गई और दौड़ उनसे छूट गई। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आने लगी तो दोबारा दौड़ना शुरू कर दिया, वह रोजाना दो घंटे के करीब दौड़ लगाती हैं।
इस साल में नीरू ने जीते सात मेडल
मास्टर एथलीट नीरू कक्कड़ ने इसी साल नौ मैराथन में हिस्सा लिया। इसमें सात मैराथन में उन्होंने मेडल हासिल किया। नीरू ने ऑल इंडिया सिविल सर्विस गेम्स में चंडीगढ़ की तरफ से हिस्सा लिया। उन्होंने एसबीआइ ग्रीन मैराथन में तीसरा स्थान हासिल किया। रोपड़ मैराथन में ब्रांज मेडल, नंगल में आयोजित व्हील एंड स्टराइड्स मैराथन में पहला स्थान, बठिंडा हॉफ मैराथन में दूसरा स्थान, पंजाब डेली वर्ल्ड मैराथन में मेडल और नगद इनाम, श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित हॉफ मैराथन में तीसरा स्थान और लुधियाना हॉफ मैराथन में दूसरा स्थान हासिल किया है।
गौरतलब है कि पिछले साल नीरू कक्कड़ ने मलेशिया के पेनांग में आयोजित एशिया पेसिफिक मास्टर गेम्स में चार मेडल जीतकर शहर का मान बढ़ाया था। नीरू ने प्लस-45 आयुवर्ग की कैटेगरी में 5000 मीटर रेस में हिस्सा लेते हुए दूसरा स्थान, 5000 मीटर वॉक में सिल्वर मेडल, 3000 मीटर वॉक में ब्रांज मेडल और 21 किलोमीटर की हॉफ मैराथन में फिनिशर का मेडल का जीता था।
नीरू 45 प्लस कैटेगरी में लेती हैं हिस्सा
नीरू ने बताया कि एथलीट चैंपियनशिप में पांच साल पहले हिस्सा लेना शुरू किया था। वह एथलीट चैंपियनशिप के वॉक, रनिंग व मैराथन प्रतियोगिताओं में ही भाग लेती हैं। नीरू ने बताया कि मुझे मेडल जीतने में मजा आता है और मैं अभी बच्चों की तरह मेडल जीतकर खुश होती हूं। यही जुनून मुझे मेहनत करने को प्रेरित करता है।