लोकसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट के लिए कई दिग्गजों की दावेदारी, काफी संख्या में अाए आवेदन
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट के लिए कई दिग्गजों ने अपनी दावेदारी जताई है। पूर्व सीएम राजिंदर कौर भट्ठल और चारों सिटिंग सांसदों ने टिकट के लिए आवेदन दिए हैं।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। पंजाब मेंं लाेकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में टिकट मांगने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। विभिन्न सीटों पर टिकट के लिए कई दिग्गज नेताओं ने आवेदन किए हैं। आवेदन करने वालों में राज्य से पार्टी के चार वर्तमान सांसद भी शामिल हैं। वैसे सांसदों में अावेदन करने के प्रति उदासीनता दिखी। चार सांसदों ने टिकट के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 फरवरी को अपने आवेदन दिए।
मोहिंदर सिंह केपी व सरवन सिंह फिल्लौर ने जालंधर सीट पर जताई दावेदारी
श्री आनंदपुर साहिब सीट को लेकर जहां दावेदार बढ़ते जा रहे हैैं वहीं, पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह केपी ने जालंधर सीट पर अपनी दावेदारी जता दी है। ड्रग्स मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद छह बार विधायक रहे सरवन सिंह फिल्लौर ने भी जालंधर सीट से टिकट की मांग कर दी है।
पूर्व सीएम राजिंदर कौर भट्ठल ने संगरूर सीट से मांगी टिकट, श्री आनंदपुर साहिब सीट के लिए छह का आवेदन
पटियाला से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर का लड़ना तय माना जा रहा है। गुरदासपुर में खुद प्रदेश प्रधान व सांसद सुनील जाखड़ हैं। ऐेेसे में इन सीटों से कोई अन्य दावेदारी नहीं है। श्री आनंदपुर साहिब सीट से टिकट मांगने वालों की संख्या छह से ऊपर चली गई है। यहां से मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कैप्टन संदीप संधू भी दावेदार माने जा रहे हैं।
पिछला विधानसभा चुनाव हार चुकीं पंजाब प्लानिंग बोर्ड की वाइस चेयरपर्सन और पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल ने संगरूर सीट से टिकट की मांग की है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खास व पूर्व विधायक केवल ढिल्लों ने भी संगरूर से टिकट पर दावेदारी ठोक दी है। ढिल्लों भी पिछला विधानसभा चुनाव हार गए थे। संगरूर वह सीट है जहां पर कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं है। पिछला लोकसभा चुनाव लड़ने वाले विजय इंदर सिंगला इस समय पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
सबसे रोचक राजनीतिक मंच जालंधर में तैयार होने लगा है। पिछला लोकसभा चुनाव होशियारपुर से हार चुके मोहिंदर सिंह केपी ने अब जालंधर सीट पर दावा ठोंक दिया है। दूसरी तरफ ड्रग्स मामले में अकाली-भाजपा सरकार के दौरान मंत्री पद गंवा चुके सरवन सिंह फिल्लौर ने भी जालंधर से दावा पेश कर दिया है। वह अकाली दल छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। छह बार विधायक रह चुके फिल्लौर को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल चुकी है। इसके बाद ही उन्होंने अपना दावा ठोका है। इस समय चौधरी संतोख सिंह जालंधर से सांसद हैं।
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दावा पेश करने को लेकर रिश्तेदारों में लगी होड़
विधानसभा चुनाव में 'एक परिवार एक टिकट'की नीति लोकसभा चुनाव में नहीं दिखाई दे रही है। फिलहाल पार्टी द्वारा कोई नीति स्पष्ट न करने के कारण टिकट के लिए आवेदन करने वालों में रिश्तेदारों में भी होड़ लगी हुई है। कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई मनमोहन सिंह ने फतेहगढ़ साहिब से टिकट की दावेदारी की है।
भुच्चो मंडी के विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई के बेटे रुपिंदर पाल सिंह ने फरीदकोट सीट के लिए टिकट मांगा है। समराला से कांग्रेस विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों के पोते करनवीर सिंह ढिल्लों न भी श्री आनंदपुर साहिब से टिकट मांगी है। इसी प्रकार कांग्रेस के पूर्व विधायक गुरचरण सिंह बोपाराय के भाई व रायकोट से चुनाव लड़ चुके डाॅ. अमर सिंह ने फतेहगढ़ साहिब से दावेदारी पेश की है।
वहीं, खेमकरण के विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर के भाई अनूप सिंह भुल्लर ने खडूर साहिब से टिकट की मांग की है। पूर्व कैबिनेट मंत्री जगमोहन सिंह कंग के बेटे यादविंदर सिंह ने भी श्री आनंदपुर साहिब से टिकट की मांग की है।