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लोन का पैसा जमा न कराकर मैनेजर ने की 15.62 लाख की धोखाधड़ी

एक शख्स ने आधार हाउसिग फाइनेंस लिमिटेड कंपनी से 1562107 रुपये का लोन लिया था। शख्स ने कंपनी के मैनेजर के जरिए कुल 65500 रुपये की ईएमआइ भी दे दी थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 07:28 PM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 07:28 PM (IST)
लोन का पैसा जमा न कराकर मैनेजर ने की 15.62 लाख की धोखाधड़ी
लोन का पैसा जमा न कराकर मैनेजर ने की 15.62 लाख की धोखाधड़ी

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : एक शख्स ने आधार हाउसिग फाइनेंस लिमिटेड कंपनी से 15,62,107 रुपये का लोन लिया था। शख्स ने कंपनी के मैनेजर के जरिए कुल 65,500 रुपये की ईएमआइ भी दे दी थी। लेकिन कंपनी के मैनेजर ने शख्स की ईएमआइ को उसके अकाउंट सेटलमेंट जमा न करा कर उससे धोखाधड़ी की। शख्स को इस बात का तब पता चला जब उसने अपने अकाउंट की चेकिग कराई। कंपनी का मैनेजर शख्स से ईएमआइ लेकर उसे बदले में फर्जी रसीद देता रहा। सेक्टर 39 थाना पुलिस ने पीड़ित कांस्टेबल धर्मबीर सिंह की शिकायत पर जीरकपुर स्थित एक हाउसिग फाइनेंस लिमिटेड कंपनी के मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। आरोप के मुताबिक कांस्टेबल से हर महीने किश्त के पैसे लिए जाते थे लेकिन वहां कंपनी में जमा नहीं होते थे। जालसाजी का पता पुलिस कांस्टेबल तब चला जब उसने अकाउंट चेक कराया।

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चंडीगढ़ पुलिस कांस्टेबल धर्मबीर ने सेक्टर 39 थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने और उसकी पत्नी ने जीरकपुर स्थित एक हाउसिग फाइनेंस लिमिटेड कंपनी से 15 लाख 62 हजार 107 रुपये का लोन लिया था। पहले तो लोन की किस्त अकाउंट से कटती रही। लेकिन बाद में जीरकपुर स्थित आधार हाउसिग फाइनेंस लिमिटेड कंपनी के कर्मचारी ने कहा कि किस्त हर महीने कैश देनी होगी। धर्मबीर ने किस्त हर महीने कैश देनी शुरू कर दी। कांस्टेबल जब भी किस्त देता उस समय कंपनी से रसीद लेता था। कुछ महीने बाद उसे किस्त न भरने का मैसेज आया तो वह हैरान हो गया। उसने लोन वाला अकाउंट चेक करवाया तो 65 हजार 500 रुपये किस्त नहीं भरी गई थी। जबकि उसने सारी किस्त दे रखी थी।


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