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रेलवे स्टेशन के रेलोपॉलिश प्रोजेक्ट में मॉल, स्कूल, हॉस्पिटल की सुविधा एक जगह

स्टेशन ट्रेन में सफर करने किसी को ड्रॉप करने या रिसीव करने ही जाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 09:38 PM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 09:38 PM (IST)
रेलवे स्टेशन के रेलोपॉलिश प्रोजेक्ट में मॉल, स्कूल, हॉस्पिटल की सुविधा एक जगह
रेलवे स्टेशन के रेलोपॉलिश प्रोजेक्ट में मॉल, स्कूल, हॉस्पिटल की सुविधा एक जगह

बलवान करिवाल, चंडीगढ़ : अभी तक आप रेलवे स्टेशन ट्रेन में सफर करने, किसी को ड्रॉप करने या रिसीव करने ही जाते हैं। लेकिन कुछ समय बाद फेमिली के साथ फुर्सत के लम्हे गुजारने रेलवे स्टेशन सब सिटी सेंटर जाएंगे। जहां मॉल, हॉस्पिटल, स्कूल, क्लाउड किचन जैसी इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। अभी रेलवे स्टेशन के आस-पास जो जंगल का डेड एरिया है, वह शहर के सबसे प्राइम और पसंदीदा एरिया में बदल जाएगा। जो 24 घंटे और सप्ताह के सभी दिन खुलेगा, लोग अपनी सहूलियत को देखकर जा सकेंगे। बुधवार को यूटी प्रशासन ने रेलवे कमर्शियल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट रेलोपॉलिश को मंजूरी दे दी। एडवाइजर मनोज कुमार परिदा की अध्यक्षता में आयोजित हाई पावर कमेटी की मीटिग में इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के एमडी एंड सीईओ एसके लोहिया ने अपनी टीम के साथ पूरे प्रोजेक्ट को समझाया। यूटी प्रशासन से अप्रूवल मिलने के बाद अब रेलवे इसकी डेवलपमेंट के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मांगेगा। इंजीनियरिग प्रीक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) के तहत पीपीपी मोड से कमर्शियल डेवलपमेंट होगी। इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत 136 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है। 11 बड़ी बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने ईपीसी के लिए आवेदन किया है। जो कंपनी फाइनल होगी, वह 24 महीने में प्रोजेक्ट को पूरा कर देगी। रेलोपॉलिश और रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट दो अलग प्रोजेक्ट हैं। रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट का टेंडर पहले ही दीपक बिल्डर्स को अलॉट हो चुका है। वह ग्राउंड लेवल पर काम शुरू कर चुका है। 90 हजार पैसेंजर्स की क्षमता वाला रेलवे स्टेशन

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रेलवे स्टेशन की बात करें तो यह 90 हजार पैसेंजर्स प्रतिदिन की क्षमता वाला होगा। यह वर्ष 2053 तक की जरूरतों को पूरा करेगा। एयरपोर्ट जैसा दिखने के साथ ही सुविधाएं भी वैसी ही होंगी। आने और जाने में किसी तरह की कन्फ्यूजन न हो, इसलिए अराइवल और डिपार्चर के प्लेटफार्म की हाईट ऊपर नीचे होगी। जिससे पता चल जाए कि अराइवल वाले प्लेटफार्म नीचे हैं और डिपार्चर के ऊपर वाले। मल्टीमोड ट्रांसपोर्ट यानी स्टेयर्स, एस्केलेटर और लिफ्ट होंगी। जिससे यह दिव्यांग फ्रेंडली भी होगा। प्लेटफार्म के बजाय वेटिग के लिए एयरस्पेस कोनकोर्स

अभी ट्रेन का इंतजार करने से लेकर ट्रेन में चढ़ने, रिसीव और ड्रॉप करने वाले सब प्लेटफार्म पर होते हैं। जिससे प्लेटफार्म पर भीड़ रहती है। इससे दुर्घटना और अपराध की आशंका रहती है। अब इंतजार करने वालों के लिए प्लेटफार्म के समानांतर ही एयरस्पेस कोनकोर्स एरिया होगा। यहां सामान्य से 10 डिग्री कम तापमान यानी वातानुकूलित सुविधा होगी। फूड कोर्ट, जूस कॉर्नर और कॉफी शॉप जैसी सभी सुविधाएं होंगी। बैठने के लिए बेहद अच्छा माहौल होगा। जिससे इंतजार करना भी भारी नहीं लगेगा। रेलोपॉलिश में 30 प्रतिशत रेजिडेंशियल

रेलोपॉलिश प्रोजेक्ट में 25 लाख स्क्वेयर मीटर एरिया को डेवलप किया जाएगा। जिसमें दो एंड ब्लॉक रेलवे लाइन की दोनों साइड होंगे। एंड ब्लॉक का इस्तेमाल स्टेशन एंट्री एग्जिट के लिए होगा। रेलोपॉलिश में बिल्डिंग हाईट को चंडीगढ़ मास्टर प्लान के तहत 30 मीटर रहेगी। जिसमें सिक्स प्लस वन फ्लोर बनाए जा सकते हैं। कमर्शियल एरिया डेवलप करने के साथ 30 प्रतिशत रेजिडेंशियल भी होगा। जिसे डेवलप कर कंपनी सेल कर सकेगी। इस एरिया में मॉल, फूड कोर्ट, मार्केट, स्कूल और हॉस्पिटल जैसी चीजें डेवलप होंगी। कोई डेड एरिया नहीं हो होगा जो बच्चों, महिलाओं और सीनियर सिटीजन के लिए असुरक्षित हो। ग्रीन बिल्डिंग प्लेटिनम रेटिग डेवलपमेंट

प्रोजेक्ट में जितनी भी कंस्ट्रक्शन होगी, वह ग्रीन बिल्डिंग की प्लेटिनम रेटिग के आधार पर होगी। जिसमें एनर्जी कंजर्वेशन के लिए सोलर, वॉटर ट्रीटमेंट के बाद इस्तेमाल हो सकेगा। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पार्किग में चार्जिग प्वाइंट होंगे। गोल्फ कार्ट शुरू, रेस्टोरेंट महीने बाद

रेलवे स्टेशन पर बुधवार को एसके लोहिया ने गोल्फ कार्ट को शुरू किया। महीने तक एग्जिट प्वाइंट पर बना रेस्टोरेंट भी शुरू हो जाएगा। साथ ही प्लेटफार्म नंबर-टू पर जूस कॉर्नर भी पैसेंजर्स के लिए खुलेगा। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन का रीडेवलपमेंट प्लान

दो एंड ब्लॉक बनेंगे। जिसमें एक चंडीगढ़ की साइड और दूसरा पंचकूला की तरफ होगा। 60 गुणा 40 मीटर के एंड ब्लॉक में चार फ्लोर होंगे। दोनों एंड ब्लॉक का एरिया 14052 स्क्वेयर मीटर होगा। एयरस्पेस कोनकोर्स : 80 गुणा 36 मीटर यानी 3630 स्क्वेयर मीटर का एयरस्पेस कोनकोर्स एरिया होगा। जिसमें सभी ट्रैक और छह प्लेटफार्म जो दोनों साइड एंड ब्लॉक से कनेक्ट होंगे। इसमें सभी प्लेटफार्म एस्केलेटर, लिफ्ट और सीढि़यों से कनेक्ट होंगे। इसमें पैसेंजर्स के लिए सभी जरूरी सुविधाएं, वेंडर्स के लिए कमर्शियल स्पेस और फूड प्लाजा इत्यादि होगा।

-दो पैसेंजर सब-वे, स्टेयर्स, 16663 स्क्वेयर मीटर एरिया में 660 कार के लिए पार्किग, 10.50 मीटर चौड़ी और 4756 स्क्वेयर मीटर लंबी रोड, लैंडस्केप, हार्डस्केप, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट।

-प्लेटफार्म को अपग्रेड करना इसमें सरफेसिग और शेल्टर्स भी शमिल होगा।

-12 एक्सकेलेटर्स जिसमें चार एंड ब्लॉक में होंगे और आठ प्लेटफार्म पर होंगे। चार लिफ्ट, डिस्प्ले स्क्रीन। कमर्शियल डेवलपमेंट

कुल जमीन: 1 लाख 16 हजार 171 क्वेयर मीटर या 28.7 एकड़

अभी लीज पर दिया एरिया- 56691 स्क्वेयर मीटर या 14.11 एकड़

वह एरिया जिस पर डेवलपमेंट होनी है : 2 लाख 32 हजार 342 स्क्वेयर मीटर या 25 लाख स्क्वेयर मीटर

-मॉल, हॉस्पिटल, स्कूल, कांफ्रेंस हॉल, सब सिटी सेंटर

-30 प्रतिशत एरिया में रेजिडेंशियल डेवलपमेंट होगी। रेलवे स्टेशन रीडेवलपमेंट का काम पहले ही शुरू हो चुका है। बुधवार को प्रशासन की हाई पावर कमेटी से रेलोपॉलिश प्रोजेक्ट को भी मंजूरी मिल गई। इसमें लैंड मोनेटाइजेशन बेस पर कमर्शियल डेवलपमेंट होगी। इससे पैसा कंस्ट्रक्शन के लिए आएगा। 136 करोड़ का प्रोजेक्ट ईपीसी मोड से तैयार होगा। स्टेशन के आसपास एक सब सिटी डेवलप होगी। जिसमें मॉल, क्लाउड किचन और दूसरी सभी सुविधाएं मिलेंगी। फेमिली के साथ आउटिग के लिए यह सबसे पसंदीदा प्लेस बनेगा। आइआरएसडीसी देश के 60 स्टेशन को इसी तरह से डेवलप कर रही है। लेकिन चंडीगढ़ की पहचान को देखते हुए यहां का प्रोजेक्ट सबसे अलग और आकर्षक होगा। इसी मॉडल से तैयार मध्यप्रदेश हबीबगंज का रेलवे स्टेशन उद्घाटन की स्टेज पर है।

-एसके लोहिया, एमडी एंड सीईओ, आइआरएसडीसी


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