लोकसभा चुनाव: महेश इंदर सिंह ग्रेवाल होंगे लुधियाना से शिअद के उम्मीदवार
लोकसभ चुनाव 2019 में अशिअद ने लुधियाना सीट से महेश इंदर सिंह ग्रेवाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। उनका मुकाबला कांग्रेस के रवनीत बिट्टू से होगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 (LokSabha election 2019) के लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने लुधियाना से वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री महेश इंदर सिंह ग्रेवाल प्रत्याशी घोषित किया है। शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की ओर से शनिवार को इस बारे में घाेषणा की गई। ग्रेवाल का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी व मौजूदा सांसद कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू से होगा।
यहां शिअद के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद सुखबीर सिंह बादल के सलाहकार हरचरण बैंस ने ग्रेवाल को लुधियाना से शिअद- भाजपा गठबंधन का उम्मीदवार बनाने के बारे में घोषणा की। बैंस ने कहा कि जल्द ही अन्य बचे सीटों के लिए भी उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। पंजाब में गठबंधन सभी 13 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
इसके साथ, शिअद (SAD) ने पंजाब से अपने हिस्से की 10 सीटों में से आठ के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। बता दें कि पंजाब की 13 सीटों में से भाजपा तीन सीटों और शिअद 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। भाजपा अमृतसर, गुरदासपुर और होशियारपुर से चुनाव लड़ रहे हैं।
युवा चेहरे को दरकिनार कर अकाली दल ने ग्रेवाल को दिया टिकट
शिरोमणि अकाली दल ने युवा चेहरे को दरकिनार कर वरिष्ठ नेता ग्रेवाले को टिकट दिया है। यहां से युवा चेहरे परमिंदर सिंह बराड़ को शिअद का प्रत्याशी बनाने की चर्चा चल रही थी, लेकिन बताया जाता है कि महेश इंदर ग्रेवाल टिकट लेने के लिए अड़ गए। यहां तक कि उन्होंने पार्टी को बागी तेवर भी दिखाने शुरू कर दिए।
काबिले गौर है कि ग्रेवाल टोहरा ग्रुप के सदस्य रहे हैं और उनके निधन के बाद ही वह अकाली दल (बादल) के निकट आए थे। पार्टी के सीनियर नेताओं की मीटिंग में ग्रेवाल को मनाने और समझाने की कोशिश की गई लेकिन वह नहीं माने। यहां तक कि उन्होंने आजाद तौर पर खड़े होने का संकेत भी दे दिया।
शिअद प्रधान सुखबीर बादल यूथ कोटे से परमिंदर बराड़ के रूप में युवा चेहरे को लुधियाना से प्रत्याशी बनाना चाहते थे। मीटिंग में जहां यूथ अकाली दल के सरपरस्त बिक्रम मजीठिया, निवर्तमान केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल , सीनियर अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका, बलविंदर सिंह भूंदड़ और परमिंदर सिंह ढींडसा ने भी बराड़ को टिकट देने की वकालत की। लेकिन, ग्रेवाल के बागी सुरों के चलते किसी की नहीं चली और पार्टी को उनके नाम पर मुहर लगाने पड़ी।
हरसिमरत को बठिंडा से फिर चुनाव मैदान में उतारने पर बनी सहमति
लुधियाना सीट के बाद हॉट सीट बठिंडा के उम्मीदवार की भी घोषणा की जानी थी। लेकिन, लुधियाना सीट का मसला गले की हडडी बनने के कारण इसे सोमवार तक के लिए लंबित कर लिया गया है। मीटिंग में हरसिमरत कौर बादल को बठिंडा से फिर से मैदान में उतारने का फैसला हो गया है। इसकी अनौपचारिक घोषणा सोमवार को की जाएगी।
फिरोजपुर सीट को लेकर भी हुई चर्चा
फिरोजपुर सीट को लेकर भी अकाली दल ने मीटिंग में मंथन किया। कुछ सीनियर नेताओं ने अपने विचार रखते हुए सुखबीर को सलाह दी कि वह अगर फिरोजपुर से चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी की शेष 12 सीटों पर चुनाव प्रचार प्रभावित होगा। वह अकेले फिरोजपुर में फंसकर रह जाएंगे। मालवा के दो सीनियर नेताओं ने अपना तर्क देते हुए कहा कि 12 सीटों पर प्रचार करने के लिए सुखबीर के अलावा बड़े बादल समेत और भी कई नेता मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि अगर सुखबीर बादल फिरोजपुर से उम्मीदवार होते हैं तो इसके साथ बठिंडा, फरीदकोट और संगरूर की सीटें पार्टी की झोली में आने का रास्ता साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की भी यह फीडबैक है कि अगर 2022 में पंजाब में सरकार बनानी है तो सुखबीर को खुद आगे आना होगा। मजीठिया ने भी मालवा के इन नेताओं की हां में हां मिलाते हुए कहा कि उन्होंने भी यूथ अकाली दल की रैलियों में भी कार्यकर्ताओं से इसी तरह की फीड पाई है।