महानवमी 24 को, इसी दिन रखें व्रत और करें पूजन
इस बार आठ दिनों में नौ नवरात्र पूरे हो रहे हैं। ऐसे में महानवमी 24 अक्टूबर को सुबह सात बजे से 25 अक्टूबर सात बजकर 42 मिनट तक रहेगी।
नए कार्यो की शुरुआत होती है शुभ, जीत के लिए काम की करें शुरुआत सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़
इस बार आठ दिनों में नौ नवरात्र पूरे हो रहे हैं। ऐसे में महानवमी 24 अक्टूबर को सुबह सात बजे से 25 अक्टूबर सात बजकर 42 मिनट तक रहेगी। ऐसे में जो महानवमी का व्रत इस समय में रखा जा सकता है। इसके अलावा किसी प्रकार का दान भी महानवमी पर किया जा सकता है। पंडित बीरेंद्र नारायण मिश्रा ने बताया कि इस दिन शुरू किए गए काम हमेशा शुभकारी और जीत दिलाने वाले होते हैं। इस दिन क्षत्रिय धर्म के लोग शस्त्रों की पूजा करते हैं, जबकि व्यापारी लोग बही खाते को पूजते हैं। संस्कार के लिए बेहतर दिन
पंडित मिश्रा ने बताया कि इस दिन गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन, कान छेदना, यज्ञोपवीत जैसे संस्कार करना बेहतर हैं। ऐसे कार्यों को कोई भी व्यक्ति बिना पंडित के मुहुर्त के भी कर सकता है। नवरात्र सभी कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। फलदायी और सुखदायी है मां काली की पूजा: पंडित मुनीश
भृगु ज्योतिष केंद्र के पंडित मुनीश तिवारी ने बताया कि शारदीय नवरात्र में मां काली की पूजा की जाती है जो कि सातवें नवरात्र पर होती है। मां काली दुर्गा का सातवां रूप है। असुर रक्तबीज को खत्म करने के लिए मां काली खून पीती है, लेकिन इसका मतलब कदापि नहीं कि उसे रक्त चढ़ाया जाए। मां काली की पूजा मां दुर्गा के समान होती है। मां काली की पूजा में सिर्फ काले कपड़े का इस्तेमाल होता है इसके अलावा अन्य सारे विधि विधान मां दुर्गा वाले है।