क्राफ्ट मेले में दिखेगी लोकल कला
शंकर सिंह, चंडीगढ़ : मध्य प्रदेश के सांची स्तूप की तर्ज पर तैयार हो रहा है एक भव्य गेट। जिसे शहर
शंकर सिंह, चंडीगढ़ : मध्य प्रदेश के सांची स्तूप की तर्ज पर तैयार हो रहा है एक भव्य गेट। जिसे शहर के लोकल कलाकार तैयार कर रहे हैं। नेशनल क्राफ्ट मेले में ये भव्य गेट, सभी लोगों को स्वागत करेगा। अभी तक इस मेले में बाहर के ही कलाकार ही गेट को डिजाइन किया करते थे। मगर पहली बार इसे शहर के लोकल कलाकार मिलकर तैयार कर रहे हैं। बंग भवन-35 में इन दिनों इसी गेट का निर्माण कार्य जारी है। जहां पोबित्रो मजूमदार, शुमाद्री मजूमदार, विलोक वर्मा, श्वेता वर्मा, सरिता भार्गव, वरुण टंडन, अक्षय शर्मा और शुभाशीष नियोगी गेट के डिजाइन से लेकर क्राफ्ट वर्क पर कार्य कर रहे हैं। 30 पीस में तैयार हुआ है सांची स्तूप
प्रोबित्रो मजूमदार, जिन्होंने गवर्नमेट आर्ट कॉलेज-10 से ही अपनी पढ़ाई पूरी की है, उन्होंने कहा कि सांची स्तूप को डिजाइन करना जितना आसान है, उसे बनाने में उतनी ही दिक्कत आती है। दरअसल, इसे हमने 30 पीस में विभाजित करके बनाया। जिसमें हर एक पीस पर निकाशी, रंग और बारीक काम था। इसे करीबन एक हफ्ता लगा बनाने में। अभी हमने बस पीस तैयार किए हैं, जल्द ही इन्हें कलाग्राम, मनीमाजरा में लगाया जाएगा। ज्यादा मजबूती के लिए प्लाई का भी इस्तेमाल किया गया
विलोक ने कहा कि पहले सांची स्तूप को डिजाइन करने के लिए केवल थर्माकोल का ही इस्तेमाल करना था। मगर मजबूती के लिए हमने प्लाई का भी इस्तेमाल किया। 16 फीट ऊंचा गेट बनाने के दौरान, तेज हवा से बचाने के लिए इसे मजबूत भी बनवाना था। ऐसे में इसे डबल थर्माकोल और प्लाई से बनाया गया है। मंगलवार से इसे कलाग्राम में लगाया जाएगा। जिसके लिए पहले ही गेट को खड़ा किया जा चुका है। महात्मा गांधी को समर्पित है मेला, जिसमें लगेंगे 150 स्टाल
क्राफ्ट मेले को इस बार महात्मा गांधी के 150वीं जन्म वर्षगांठ को समर्पित किया गया है। जिसमें देशभर के कारीगरों के 150 हैंडीक्राफ्ट स्टाल लगाए जाएंगे। जिसमें देशभर के वे कलाकार हिस्सा लेंगे, जो आज भी पुरानी तकनीक से सामना बनाते हैं। इसके अलावा महात्मा गांधी की 150वीं जन्म वर्षगांठ पर आधारित इस मेले में उनकी याद में एक फोटो प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा। जिसमें महात्मा गांधी से जुड़ी कई ऐतिहासिक तस्वीरें होंगी, जिसमें कई ऐतिहासिक घटनाएं भी देखने को मिलेंगी।