आम जनता की सलाह बजट में खाद्य वस्तुओं पर न लगे टैक्स
कोरोना महामारी के चलते पेश होने जा रहे बजट पर हर वर्ग निगाह लगा कर बैठा है। बजट पास होने में ज्यादा समय नहीं रह गया है।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
कोरोना महामारी के चलते पेश होने जा रहे बजट पर हर वर्ग निगाह लगा कर बैठा है। बजट पास होने में ज्यादा समय नहीं रह गया है। इस समय महंगाई आसमान छू रही है, जहां पेट्रोल की कीमत बढ़ रही है, वहीं सब्जियों के दाम भी कम नहीं हुए हैं। आम बजट में महिलाएं बजट को लेकर उत्साहित होती हैं। इसी बजट से उनकी जेब और रसोई पर कितना फर्क पड़ता है, यह तय होता है। ऐसे में महिलाओं को उम्मीद है कि ऐसी घोषणाएं हों, जिससे आम लोगों को राहत मिले। प्रस्तुत है बजट को लेकर महिलाओं की राय। कोट्स
बजट से उम्मीद है कि वित्तमंत्री आम जनता की परेशानी को ध्यान में रखकर उसे पारित करे। हर वर्ग कोरोना की मार से बेहाल है। कोरोना महामारी में हर बिजनेस का नुकसान हुआ है। अभी तक लोग कोरोना की मार से उभरे नहीं है।
- रक्षा बजट पर सबसे ज्यादा निगाह गृहणियों की होती है। खाने की कौन सी चीज पर टैक्स बढ़ेगा या कम होगा। इस बात से ही हमारा पूरे साल का बजट तैयार होता है। मुझे उम्मीद है कि इस बार सरकार हर वर्ग को कुछ राहत जरूर देगी।
- वीना महंगाई काफी बढ़ रही है। हर चीज के दाम में बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना संकट के कारण लोगों की नौकरियां भी छूट गई हैं। तो बजट में उम्मीद है कि छोटे वर्ग को रोजगार का अतिरिक्त पैकेज मिले, जिससे वह अपना रोजगार फिर से चला सकें।
-अलका जोशी उम्मीद तो बहुत है, लेकिन देखना है कि वित्त मंत्री उन उम्मीदों पर कितनी खरी उतरती हैं। बजट में रोजमर्रा की प्रयोग होने वाली चीजों के दामों में इजाफा न हो। वहीं, टैक्स में भी राहत मिलनी चाहिए।
- आशना कोरोना से मध्यम वर्गीय परिवार की कमर टूटी है। आने वाले बजट में आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं को विशेष छूट मिलनी चाहिए। ताकि वह स्वरोजगार शुरू कर अपनी जीविका अच्छे से चला सके।
-रमा असवाल सरकार को इस बार बजट में ज्यादा राशि आवंटित करनी चाहिए। उसके साथ ही सरकार को आम जनता की जेब को भी ध्यान में रखना होगा। मुझे उम्मीद है कि बजट में आम जनता पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़ेगा।
- यशोदा नेगी केंद्र सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए निर्भया फंड को सही ढंग से लागू करे। इसलिए सरकार इस वर्ष महिला सुरक्षा का बजट बढ़ाकर यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रदान करने पर खर्च करे।
-नीरू महिलाओं को कारोबार शुरू करने के लिए सस्ते दर पर लोन मिलना चाहिए। मौजूदा समय में जो इंटरेस्ट सब्सिडी महिलाओं को मिल रही है उस पर ब्याज दर को कम किया जाना चाहिए। इस बार महिलाओं के लिए हितकारी बजट की आस है।
-किरण तिवारी