पंजाब में चंडीगढ़ से सस्ती शराब, शहर के कारोबारी बोले- एक पेटी पर 2 से 3 हजार रुपये का फर्क, बिक्री भी हुई कम
पंजाब में शराब चंडीगढ़ से भी सस्ती हो गई है। इसका असर चंडीगढ़ में शराब की बिक्री पर पड़ रहा है। चंडीगढ़ के शराब कारोबारियों का कहना है कि शहर में 60 से 70 प्रतिशत सेल कम हो गई है।
विशाल पाठक, चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने राज्य में एक जुलाई से नई एक्साइज पालिसी को लागू कर दिया। इससे अब पंजाब में शराब चंडीगढ़ से भी सस्ती हो गई है और इसका असर चंडीगढ़ के शराब कारोबारियों पर दिखने लगा है।
पंजाब में शराब सस्ती होने से चंडीगढ़ में शराब बिक्री कम हो गई है। चंडीगढ़ के शराब ठेकेदारों का कहना है कि पंजाब की नई आबकारी नीति की वजह से चंडीगढ़ में शराब की बिक्री 60 से 70 फीसद कम हो गई है। पहले चंडीगढ़ में शराब सस्ती होने के कारण पड़ोसी राज्यों से लोग शराब खरीदने आते थे, लेकिन अब चंडीगढ़ के पड़ोसी राज्यों में शराब शहर के मुकाबले सस्ती हो गई है। इस वजह से चंडीगढ़ की शराब की बिक्री कम हो गई।
ऐसे में शराब ठेकेदारों ने चंडीगढ़ की आबकारी नीति में संशोधन किए जाने की मांग उठाई है ताकि चंडीगढ़ में शराब के दाम पड़ोसी राज्यों के बराबर किए जा सके और शहर में शराब की बिक्री पर पड़ोसी राज्यों में शराब के दाम कम होने की वजह से उसका असर न पड़े।
सेक्टर-9 शराब ठेके के मालिक कुणाल ने बताया कि चंडीगढ़ के पड़ोसी राज्य पंजाब और चंडीगढ़ में शराब की एक पेटी पर दो से तीन हजार रुपये का फर्क आ गया है। पंजाब के मुकाबले चंडीगढ़ में शराब की पेटी दो से 3 हजार रुपये महंगी है। ऐसे में लोग चंडीगढ़ से शराब न खरीद कर साथ लगते पंजाब के शहरों से शराब खरीद रहे हैं।
बता दें कि चंडीगढ़ के शराब कारोबारियों ने इसके विरोध में आज ठेके बंद कर दिया हैं। शहर में सभी शराब की दुकानों को बंद कर शराब कारोबारी अपना विरोध जाहिर कर रहे हैं। शहर के शराब कारोबारी इस मुद्दे को लेकर असिस्टेंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर रणधीर सिंह से मुलाकात कर रहे हैं। इस मुलाकात में प्रशासन की ओर से फैसले लेने के बाद शराब कारोबारी यह तय करेंगे कि आगे भी शहर के शराब ठेके बंद रहेंगे या उनका विरोध प्रदर्शन वापस होगा।