धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही जिदगी, थमने लगा प्रवासियों का पलायन
जिला मोहाली में धीरे-धीरे पटरी पर जिदगी लौटने लगी है। काम मिलना शुरू होने के बाद प्रवासियों के पलायन करने की दर में कमी आने लगी है।
रोहित कुमार, मोहाली
जिला मोहाली में धीरे-धीरे पटरी पर जिदगी लौटने लगी है। काम मिलना शुरू होने के बाद प्रवासियों के पलायन करने की दर में कमी आने लगी है। मोहाली के डीसी गिरिश दयालन ने कहा कि अब मजदूर वापस लौटने में कम रूचि दिखा रहे हैं। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वापस जाने के लिए प्रशासन की ओर से जो पोर्टल शुरू किया गया था उस पर 55000 के करीब मजदूरों ने रजिस्ट्रेशन करवाया गया था। लेकिन जिले में अभी तक 28000 के करीब ही मजदूरों ने पलायन किया है। इसे वापस जाने वालों ने अपना इरादा बदलना शुरू कर दिया है। दो दिन से ट्रेनों से जाने वाले मजदूरों की संख्या हुई कम
मोहाली रेलवे स्टेशन से चलने वाली स्पेशल ट्रेनों में पिछले दो दिनों से प्रवासी यात्रियों की संख्या भी कम हुई है। बीते सप्ताह तक हर रोज पलायन करने वालों की संख्या 1600 से पार थी। लेकिन अब बीते दो दिनों से सात से आठ सौ प्रवासी ही वापस लौट रहे है। वहीं अधिकारी भी इस बात से कुछ संतुष्ट नजर आ रहे हैं कि प्रवासियों के वापस लौटने का सिलसिला धीरे-धीरे कम हो रहा है। अगर पलायन तय रजिस्ट्रेशन के तहत होता तो जिले में लेबर की कमी आ जाती। हालांकि अभी भी लेबर की कमी इंडस्ट्री में खल रही है।
चंडीगढ़ और पंचकूला से भी आए थे आवेदन
वहीं श्रम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस पोर्टल के अलावा प्रवासियों की ओर से चंडीगढ़ और पंचकूला से भी वापस जाने के लिए आवेदन किया गया था। इसलिए अभी ये कह पाना मुश्किल है कि कितने मजदूर वापस लौटे हैं। फैक्ट्रियों में पूरी तरह से काम व अन्य गतिविधियां शुरू होने के बाद ही ये स्पष्ट हो पाएगा।