रफ्तार पर काबू के लिए उधार की इंटरसेप्टर से चलाया काम
जिले में रफ्तार पर काबू पाने के लिए उधार की इंटरसेप्टर से काम चलाया जा रहा।
जागरण संवाददाता, मोहाली : जिले में रफ्तार पर काबू पाने के लिए उधार की इंटरसेप्टर से काम चलाया जा रह है। जानकारी के मुताबिक पंजाब की मात्र एक इंटरसेप्टर एक महीने के लिए रोपड़ रेंज को मिली है। ये इंटरसेप्टर 10 दिन मोहाली में रहेगी, 10 दिन फतेहगढ़ साहिब और 10 दिन के लिए रोपड़ में काम करेगी। 25 दिसंबर तक ये इंटरसेप्टर मोहाली में थी, लेकिन अब ये वापस चला गया। इसके बाद रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए मोहाली पुलिस के पास स्पीड राडारों की कमी है। उधर पिछले पांच दिन में दस कीमती जान सड़क हादसों में चली गई। इनमें से सात लोगों की मौत जीरकपुर व इंटरनेशनल एयरपोर्ट रोड की सड़क पर हुई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एयरपोर्ट और जीरकपुर रोड पर जो हादसे हुए हैं उनका कारण ओवर स्पीड रहा है। उधर प्रशासन की ओर से एयरपोर्ट रोड पर स्पीड लिमिट तो फिक्स कर रखी है, लेकिन चालक कितनी स्पीड पर वाहन चलाएंगे, इसको लेकर कोई स्पीड बोर्ड भी नहीं लगा है। एयरपोर्ट रोड पर कारों की रफ्तार 100 के पार होती है, जबकि गाड़ी चलाने की स्पीड लिमिट 60 किलोमीटर बताई जा रही है। लेकिन इस सड़क पर पिछले एक साल में ओवर स्पीड के मात्र पचास चालान हुए। ओवर स्पीड वाहनों पर रहेगी सख्ती
मोहाली के एसएसपी कुलदीप सिंह चहल का कहना है कि एयरपोर्ट रोड पर ओवर स्पीड से लोग वाहन न चलाएं, इसके लिए अब सख्त कदम उठाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इसके लिए इंटरसेप्टर से नाका भी लगाया गया। इंटरसेप्टर वापस जाने के बाद भी नाका जारी रहे। इसकी कोशिश रहेगी। उन्होंने कहा कि जीरकपुर फ्लाईओवर पर भी हादसे ओवरस्पीड के कारण हुए। स्पीड पर कैसे काबू किया जाए इसको लेकर कदम उठाए जाएंगे।