हेरिटेज फर्नीचर की ऑक्शन रोकने को मांगी लीगल राय
धरोहर की विदेशों में नीलामी रोकने के लिए लीगल ओपिनियन लिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर की बेशकीमती धरोहर की विदेशों में नीलामी रोकने के लिए लीगल ओपिनियन लिया जाएगा। जो फर्नीचर पहले तस्करी के रास्ते विदेश में पहुंच चुका है, उसको वापस लाने के लिए कौन से कदम उठाए जाएं। इस पर प्लान तैयार होगा। यह फैसला सोमवार को यूटी गेस्ट हाउस में हुई चंडीगढ़ हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी की मीटिग में लिया गया। एडवाइजर मनोज कुमार परिदा की चेयरमैनशिप में यह मीटिग हुई जिसमें फाइनेंस सेक्रेटरी, होम सेक्रेटरी सहित अर्बन प्लानिग और इंजीनियरिग डिपार्टमेंट के अधिकारियों कमेटी मेंबर्स ने हिस्सा लिया। हेरिटेज कंजर्वेशन सेल इस पर रिपोर्ट तैयार करेगा। इस पर सेल ने प्रेजेंटेशन भी दी। गवर्नमेंट प्रेस बिल्डिंग में हेरिटेज आइटम्स के लिए म्यूजियम बनाने पर भी चर्चा हुई। इस एडवाइजर ने बिल्डिंग में कहां कौन सा सेक्शन बनाया जा सकता है। इस पर पूरी रिपोर्ट मांगी है। पब्लिक आर्ट पॉलिसी को मंजूरी
हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी पब्लिक आर्ट पॉलिसी के ड्राफ्ट को भी मंजूरी दे दी। कमेटी की मंजूरी मिलने के बाद अब ड्राफ्ट को फाइनल नोटिफिकेशन के लिए प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के पास भेजा जाएगा। इससे पहले कमेटी मेंबर्स से भी इस पर सुझाव मांगे गए हैं। यह पॉलिसी बनने के बाद शहर में किसी पर्सनेलिटी का कोई भी स्कल्प्चर या स्टेच्यू नहीं लगाया जा सकेगा। हालांकि स्टेच्यू पहले से ही लगाने पर मनाही है। अभी तक शिकागो और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में इस तरह की पॉलिसी है। इसके अलावा पॉलिसी में सिटी ब्यूटीफुल के क्रिएटर आर्किटेक्ट ली कार्बूजिए के मास्टर प्लान को सख्ती से पालन करने को भी शामिल किया गया है। कार्बूजिए ने जैसा चंडीगढ़ बनाया था, उसको कैसे बचाया रखा जा सके। इसका ध्यान रखा जाएगा।