Article-370 हटाने ने फैसले को लद्दाख के शिक्षकों से सराहा, बोले- J&K Govt करती थी भेदभाव
शिक्षकों ने बताया कि लद्दाख में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का प्रपोजल कई वर्षों से अधर में लटका हुआ था। धारा 370 हटने के बाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का काम शुरू हो चुका है।
चंडीगढ़ [वैभव शर्मा]। 70 वर्षों से लद्दाख हमेशा पिछड़ा राज्य रहा है। सब कुछ होने के बावजूद भी यहां पर कुछ नहीं है। यह सब धारा-370 और 35A लागू होने की वजह से हो रहा था। इस धाराओं को खत्म करके सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। आने वाले समय में अब लद्दाख भी अन्य राज्यों की तरह उन्नति करेगा। यह बात मंगलवार को लद्दाख से आए शिक्षकों ने कही। यह शिक्षक चंडीगढ़ में ऑपरेशन सद्भावना के तहत आए हैं। इसके अंतर्गत लद्दाख के 13 बच्चों के साथ तीन शिक्षकों का ग्रुप चंडीगढ़ में यहां के एजुकेशनल स्ट्रक्चर और सांस्कृतिक गतिविधियों के आदान-प्रदान के लिए आया है। इस दौरान लद्दाखी शिक्षकों ने पहले और अब के हालातों को लेकर दैनिक जागरण टीम से अपने अनुभव साझा किए।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनने से लोकल स्टूडेंट्स को मिलेगा फायदा
शिक्षकों ने बताया कि लद्दाख में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का प्रपोजल कई वर्षों से अधर में लटका हुआ था। धारा 370 हटने के बाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसके बनने के बाद लोकल स्टूडेंट्स को इसका फायदा मिलेगा। जो स्टूडेंट्स अपना राज्य छोड़कर दूसरे राज्यों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, उन्हें अपने राज्य में ही उच्च स्तरीय शिक्षा मिलेगी।
बजट में हुआ कई गुना इजाफा
लद्दाख को पहले फंड जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा मिलता था। फंड देते समय जेएंडके सरकार लद्दाख के साथ हमेशा से भेदभाव करती रही है। लेकिन अलग केंद्र शासित राज्य बनने के बाद लद्दाख के बजट में भी कई गुना ज्यादा इजाफा हुआ है।
बची हुई राशि नहीं होगी लेप्स
शिक्षकों ने बताया कि इस बार जो फंड लद्दाख को मिलेगा उसमें एक और बात को ध्यान में रखा गया है। सरकार ने निर्णय लिया है कि अगर लद्दाख सरकार बजट की पूरी राशि खत्म नहीं कर पाती है और कुछ शेष राशि रह जाती है तो यह लैप्स नहीं होगी।
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